प्रारंभिक परीक्षा- मुहम्मद कुली खान, मुहम्मद कुली खान का मकबरा, दिलकुशा मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
चर्चा में क्यों-
- अक्टूबर,2023 में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने महरौली पुरातत्व पार्क के अंदर स्थित छह भवनों का जीर्णोद्धार के बाद उद्घाटन किया। इनमें से एक मुहम्मद कुली खान की कब्र थी। यह कब्र जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थी।
![tomb-of-muhammad-quli-khan](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//tomb-of-muhammad-quli-khan.jpg)
मुख्य बिंदु-
- लेखक राणा सफ़वी ने कहा, “मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि महरौली में मुहम्मद कुली खान की कब्र का हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्मारक है ।”
- सफवी ने अपनी पुस्तक ‘व्हेयर स्टोन्स स्पीक: हिस्टोरिकल ट्रेल्स इन महरौली, द फर्स्ट सिटी ऑफ दिल्ली’ में इस मकबरे का विस्तार से वर्णन किया है।
मकबरे की विशेषता-
- पुरातत्व विभाग के अनुसार, 17वीं शताब्दी में इसका निर्माण मुहम्मद कुली खान के लिए किया गया था।
- मुहम्मद कुली खां मुगल बादशाह अकबर की धाय मां माहम अनंगा के बेटे व अधम खां का भाई था।
- मुहम्मद कुली खां का मकबरा फारसी कारीगरी का बेजोड़ नमूना है।
- मकबरा ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है और बाहर से अष्टभुजाकार तथा भीतर से वर्गाकार है।
- मकबरे के मुख्यद्वार पर फारसी शैली में कुरान की आयतें लिखीं हुईं थीं, जो लगभग अब धूमिल हो गई हैं।
- इसके अंदरूनी भाग पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है। इसे बारीक और चित्रित प्लास्टर से बनाया गया है।
- मकबरे की बाहरी दीवारों पर गचकारी प्लास्टर के डिजाइन बने हैं, जो कि फारसी कला है।
- कुली खां के मकबरे के पूर्वी भाग में नीले, हरे और पीले रंगों के चमकदार टाइल्स लगाए गए हैं, जिनमें से अधिकतर टूट गए हैं।
- एएसआई ने पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम 2004 व 2005 के दिल्ली अधिनियम 9 के तहत इसे संरक्षित घोषित तो किया है।
- पूरा मकबरा बलूआ पत्थरों का बना हुआ है।
हनीमून मनाने वालों के स्वर्ग में बदल गया-
- 1835 और 1853 के बीच गवर्नर जनरल सर थॉमस थियोफिलस मेटकाफ ने इसे एक निवास स्थान में बदल दिया और संरचना के चारों ओर के घेरे को छतों, जलकुंडों और मंडपों के साथ एक बगीचे में बदल दिया, जिसे उस समय "दिलकुशा" कहा जाता था।
- एमिली मेटकाफ ने अपने संस्मरणों में दिलकुशा का वर्णन "एक रमणीय और एक बहुत ही विचित्र निवास" के रूप में किया है, क्योंकि यह मूल रूप से एक बड़े पत्थर के गुंबद से घिरा हुआ मुस्लिम मकबरा था।
- सफ़वी ने अपनी किताब में लिखा है कि एमिली ने अपना हनीमून दिलकुशा में मनाया था।
- मेटकाल्फ ने आस-पास की जगह को हनीमून स्पॉट में तब्दील कर उसका नाम ‘डिलाइट ऑफ हार्ट’ दिया था।
- बाद में इसके नजदीक ही उन्होंने मेटकाफ हाऊस का भी निर्माण करवाया था, जहां अंग्रेजों के शासन के दौरान बड़ी-बड़ी पार्टियां आयोजित की जाती थीं।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- मुहम्मद कुली खान के मकबरे के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह मकबरा अहमदाबाद में स्थित है।
- मुहम्मद कुली खान, महमूद बेगड़ा का बड़ा भाई था।
- यह भारत में अरबी शैली में बनाया गया पहला मकबरा था।
उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई नहीं
उत्तर- (d)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- मुहम्मद कुली खान का मकबरा फारसी कारीगरी का बेजोड़ नमूना है। विवेचना कीजिए।
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