प्रारंभिक परीक्षा - समसामयिकी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-2 |
चर्चा में क्यों-
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने इस खरीफ सीजन में 521 लाख टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा है।
प्रमुख बिंदु-
- मार्च 2024 से पहले सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले नियमित चावल को पूरी तरह से फोर्टिफाइड चावल से प्रतिस्थापित करने का लक्ष्य है।
- बैठक में फोर्टिफाइड चावल के वितरण के सार्वभौमीकरण के तीसरे चरण को मार्च 2024 के अपने पहले लक्ष्य से पहले पूरा करने का भी निर्णय लिया गया।
- मंत्रालय देश के सभी चावल खपत वाले जिलों में फोर्टिफाइड चावल के 100% वितरण के लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है।
- प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलोग्राम फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति की जाएगी।
फोर्टिफाइड चावल-
इस प्रक्रिया में चावल को आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन ए और जिंक जैसे प्रमुख पोषक तत्वों से समृद्ध किया जाता है। यह काम राइस मिल में ब्लैंडिंग प्रोसेस से होता है। इससे चावल में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जाता है।
स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करता है-
- चावल फोर्टिफिकेशन की प्रभावकारिता पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार भी आयोजित किया गया है।
- फोर्टिफाइड चावल थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए भी पूरी तरह से सुरक्षित है।
- प्रतिदिन तय की गई मात्रा (160ग्राम) फोर्टिफाइड चावल में 7 मिलीग्राम आयरन होता है।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- फोर्टिफाइड चावल सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त होता है।
- मार्च 2024 से पहले फोर्टिफाइड चावल के सार्वभौमीकरण का लक्ष्य रखा गया है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर - (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न- कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए फोर्टिफाइड चावल कितना महत्त्व रखता है? चर्चा कीजिए।
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