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वायनाड वन्यजीव अभयारण्य

प्रारम्भिक परीक्षा – वायनाड वन्यजीव अभयारण्य, पुथुर जूलॉजिकल पार्क
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3

संदर्भ

दक्षिण वायनाड वन प्रभाग के अधिकारियों ने सोमवार को वायनाड के कूडाल्लूर में पकड़े गए एक बाघ को त्रिशूर के पुथुर जूलॉजिकल पार्क में एक संगरोध सुविधा में स्थानांतरित कर दिया। 

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प्रमुख बिंदु:- 

  • वायनाड वन्यजीव अभयारण्य के 13 वर्षीय नर बाघ को 9 दिसंबर 2023 को वेकेरी के पास कूडाल्लूर में एक किसान को मारने के बाद पकड़ लिया गया,जिसके पश्चात् उसे त्रिशूर के पुथुर जूलॉजिकल पार्क में भेज दिया गया।

पुथुर जूलॉजिकल पार्क:-

  • यह एशिया के सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्कों में से एक है, इसे केरल राज्य में बनाया गया है।
  • इस जूलॉजिकल पार्क को भारत में सबसे बड़ा और सबसे उन्नत वन्यजीव संरक्षण और अनुसंधान केंद्र बनने के लिए तैयार किया जा रहा है। 
  • यह जूलॉजिकल पार्क वर्तमान में निर्माणाधीन है, जिसे वर्ष 2024 में जनता के लिए खोलने की संभवना है।
  • यह पार्क लगभग 200-338 एकड़ क्षेत्र में विस्तृत है।  इस पार्क में विश्व के विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों  और वृक्षों को रखा जाएगा। 
  • इस जूलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों के लिए प्राकृतिक और प्रामाणिक वातावरण प्रदान किया जायेगा, जिसके लिए उष्णकटिबंधीय जंगलों, घास के मैदानों, आर्द्रभूमि और रेगिस्तान सहित कई अलग-अलग पर्यावास बनाये गए हैं।
  • चिड़ियाघर के डिजाइनर जॉन कोए हैं जिन्होंने इस जूलॉजिकल पार्क में इनडोर और आउटडोर दोनों जगहों पर स्थलीय, वृक्षीय और जलीय जानवरों के लिए आवास बनाने के लिए लहरदार वन क्षेत्र के हर तत्व का प्रभावी ढंग से उपयोग किया है। 

वायनाड वन्यजीव अभयारण्य:-

Wayanad-wildlife-sanctuary     

  • यह वन्यजीव अभयारण्य केरल के वायनाड में स्थित है। 
  • इस वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1973 में की गई थी। यह अभयारण्य 344.44 वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल में विस्तृत है।  
  • यह अभयारण्य जैव विविधता से समृद्ध पश्चिमी घाट के नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है। 
  • यह अभयारण्य उत्तर-पूर्व में कर्नाटक के नागरहोल एवं बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान और दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु के मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य के संरक्षित क्षेत्रों से सटा हुआ है। 
  • वनस्पति :-इस अभयारण्य में आर्द्र पर्णपाती वन , अर्ध-सदाबहार वन पाए जाते है।

Bandipur-National-Park

  • इस अभयारण्य में पाए जाने वाले प्रमुख वृक्ष:- साल, सागौन, नीलगिरी,वेलिया, टेक्टोना ग्रैंडिस, टर्मिनलिया एसपी, डालबर्गिया लैटिफोलिया, एनोगेइसस लैटिफोलिया के वृक्ष आदि पाए जाते हैं।
  • इस अभयारण्य में स्तनधारियों की 45, पक्षियों की 203, सरीसृपों की 45,उभयचरों की 30 और मछलियों की 59 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  • प्रमुख वन्यजीव:- बाघ,हाथी, गौर, पैंथर, सांभर, चित्तीदार हिरण, बार्किंग हिरण, जंगली सूअर, स्लॉथ भालू, नीलगिरि लंगूर, बोनट मकाक,सामान्य लंगूर, जंगली कुत्ता, सामान्य ऊदबिलाव, मालाबार विशाल गिलहरी आदि हैं।

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- निम्नलिखित में से वायनाड वन्यजीव अभयारण्य का संबंध किस राज्य से है?

(a)  कर्नाटक 

(b)  केरल 

(c)  तमिलनाडु 

(d)  आंध्र प्रदेश 

उत्तर: (b)

मुख्य परीक्षा प्रश्न:- जूलॉजिकल पार्क क्या है? इसके पारिस्थितिकी महत्व की व्याख्या कीजिए।

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