New
July Offer: Upto 75% Discount on all UPSC & PCS Courses | Offer Valid : 5 - 12 July 2024 | Call: 9555124124

पीला रतुआ (Yellow Rust)

प्रारंभिक परीक्षा – पीला रतुआ (Yellow Rust)
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1,3

संदर्भ: 

करनाल स्थित भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) ने किसानों से पीले रतुआ के प्रति सतर्क रहने की अपील की है।

Yellow-Rust

प्रमुख बिंदु 

  • एक कीट गेहूं की फसल को हरियाणा के कुछ जिलों में प्रभावित करता है।
  • यह कीट दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह और जनवरी  माह के पहले सप्ताह में अधिक प्रभावित करता है।
  • पीला रतुआ एक कवक रोग है, जो पत्तियों पर पीली धारियां बनाकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
  • यह गेहूं की फसल को प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधा उत्पन्न करता है जिससे गेहूं के आकार में कमी लाता है।
  • यह ठंडे मौसम में प्रचलित विशेष रूप से उत्तरी पहाड़ियों (northern hills) और उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र(north-western plains zone) में बारिश, तापमान में वृद्धि और आर्द्रता का हालिया संयोजन पीले रतुआ के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ है।
  • भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के अनुसार पीला रतुआ रोग फैलने से रोकने के लिए प्रोपीकोनाज़ोल या टेबुकोनाज़ोल (Propiconazole or Tebuconazole )जैसे कवकनाशी का छिड़काव करना चहिए।

गेहूं (wheat) :

  • यह शीतोष्ण जलवायु की फसल है।
  • इसके लिए सामान्यतः 10° से 15° से० तापमान तथा 50 सेमी.-75 सेमी. वार्षिक वर्षा की जरूरत होती है।
  • जाड़े के महीने में यदि 12.5 सेमी. की वर्षा होती है तो यह गेहूं की फसल के लिए बहुत उपयोगी होती है।
  • चावल के बाद गेहूँ भारत की दूसरी प्रमुख फसल है। 
  • भारत विश्व का 13% गेहूँ उत्पादित करता है।
  • विश्व गेहूँ उत्पादन में भारत का दूसरा स्थान है। प्रथम स्थान चीन का है।
  • देश की कुल कृषि भूमि के 14% भाग पर गेहूँ की कृषि की जाती है।
  • उत्तर भारत में गेहूँ अक्तूबर-नवम्बर में बोया जाता है एवं मार्च-अप्रैल में काटा जाता है।
  • दक्षिण भारत में सितम्बर-अक्तूबर के मध्य बोया जाता है एवं दिसम्बर-जनवरी के मध्य काटा जाता है।
  • उष्ण जलवायु के कारण उत्तर भारत की तुलना में दक्षिण भारत में गेहूँ कम समय में पक जाता है।
  • भारत में हरित क्रांति का सबसे अनुकूल प्रभाव गेहूँ की कृषि पर पड़ा है।
  • चित्र 10.2 : भारत के प्रमुख एवं गौण गेहूँ उत्पादक क्षेत्र
  • भारत में 100 सेमी. की वर्षा रेखा गेहूँ और चावल के उत्पादक क्षेत्रों को विभाजित करती है।
  • गेहूँ की प्रमुख किस्में कल्याण, सोना, सोनालिका, लेरमा, रोजो, हीरा, शेरा, सोनारा-64 हैं

india

प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।

  1. करनाल स्थित भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान ((IIWBR) ने किसानों से पीले रतुआ के प्रति सतर्क रहने की अपील की है।
  2. एक कीट गेहूं की फसल को हरियाणा के कुछ जिलों में प्रभावित करता है।
  3. यह कवक रोग है, जो पत्तियों पर पीली धारियां बनाकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?

(a) केवल 1

(b) केवल 2 

 (c) सभी तीनों 

(d)  कोई भी नहीं 

उत्तर: (c)



स्रोत :The Hindu Businessline
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR