‘एवस्कुलर नेक्रोसिस’ रोग में व्यक्ति के अस्थि ऊतकों में रक्त की आपूर्ति कम या फिर बाधित हो जाती है। इस वजह से अस्थि भंजन तथा अस्थि ऊतक नष्ट हो जाते हैं। इसे ऑस्टियोनेक्रोसिस तथा डेथ ऑफ़ बोन टिश्यू के नाम से भी जाना जाता है। सामान्यता 30-50 वर्ष के व्यक्ति इससे सर्वाधिक प्रभावित होते हैं।
सामान्यतः शुरुआती चरण में इसके लक्षण प्रकट नहीं होते हैं। गंभीर स्थिति में प्रभावित अस्थि पर भार डालने या चोट लगने पर उसमें दर्द महसूस होता है।
यह रोग उच्च स्टेरॉयडयुक्त दवाओं के लंबे समय तक उपयोग और शराब के अत्यधिक सेवन के कारण हो सकता है।
हाल ही में, दिल्ली स्थित 'एम्स' (AIIMS) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् से कोविड-19 से ठीक हुए रोगियों में पाए गए एवस्कुलर नेक्रोसिस मामलों की व्यापक जाँच की मंजूरी मांगी है।