कोशकीय कृषि में जानवरों के स्थान पर कोशिका संवर्धन से पशु-आधारित उत्पादों का उत्पादन शामिल है।
इसमें दूध, माँस एवं अण्डों के उत्पादन के लिये कोशिका संवर्धन एवं सटीक किण्वन दो अलग-अलग तरीकों का उपयोग किया जाता है।
कोशिका संवर्धन में मांस का उत्पादन प्रत्यक्ष रूप से कोशिकाओं से होता है जबकि सटीक किण्वन में दूध और अंडे की सफेदी आदि का उत्पादन करने के लिये सूक्ष्मजीवों का उपयोग किया जाता है।
कार्बन उत्सर्जन में खाद्य उद्योग के बढ़ते योगदान के कारण वर्तमान में कोशकीय कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है।