संचार उपग्रह सी.एम.एस.-01 (Communication Satellite CMS-01)/h1>
हाल ही में, भारत के संचार उपग्रह सी.एम.एस.-01 को ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचक यान-सी50 (PSLV-C50) द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। इस उपग्रह को आवृत्ति स्पेक्ट्रम के विस्तारित-सी बैंड में सेवाएँ प्रदान करने के लिये परिकल्पित किया गया है। यह भारतीय मुख्य भूमि सहित अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप को कवर करेगा।
यह भारत का 42वाँ संचार उपग्रह है। इसकी कार्यावधि 7 वर्ष से अधिक होने की संभावना है। इसे भू-तुल्यकालिक अंतरण कक्षा (Geo-stationary transfer orbit) में निर्दिष्ट स्थान पर स्थापित किया जाएगा। यह जी-सैट 12 को प्रतिस्थापित करेगा।
यह उपग्रह टेली-एजुकेशन, टेली-मेडिसिन, आपदा प्रबंधन सहायता और सैटेलाइट इंटरनेट एक्सेस जैसी सेवाएँ प्रदान करेगा। विदित है कि जीसैट-12 संचार उपग्रह को पी.एस.एल.वी.-सी17 द्वारा भू-तुल्यकालिक कक्षा में स्थापित किया गया था।
पी.एस.एल.वी. भारत का तीसरी पीढ़ी का पहला प्रमोचक यान है, जो द्रव प्रणोदक से संचालित है। यह 1600 कि.ग्रा. भार के उपग्रहों को सूर्य-तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा में और 1050 किग्रा. भार के उपग्रहों को भू-तुल्यकालिक अंतरण कक्षा में प्रमोचित करने में सक्षम है। पी.एस.एल.वी. द्वारा ही वर्ष 2008 में चंद्रयान-1 एवं वर्ष 2013 में मंगलयान जैसे अंतरिक्षयानों का सफल प्रमोचन किया जा चुका है।