थाईलैंड ने ऐसे रसायन युक्त सनस्क्रीन पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे समुद्री राष्ट्रीय उद्यानों में पाए जाने वाले प्रवाल को नुकसान पहुँचता है। पर्यटकों द्वारा धूप से सुरक्षा के लिये उपयोग किये जाने वाले लोशन धीमी गति से बढ़ने वाले प्रवाल की सुरक्षा के लिये हानिकारक होने के कारण चिंता का विषय बने हुए हैं।
थाई संरक्षण विभाग के अनुसार सामान्यता क्रीम में पाए जाने वाले चार तत्त्व प्रवाल लार्वा को नष्ट करने, प्रवाल प्रजनन में बाधा डालने तथा रीफ ब्लीचिंग का कारण बनते हैं। इन प्रतिबंधित रसायनों में ऑक्सीबेनज़ोन, ऑक्टिनॉक्सेट, 4-मिथाइलबेन्ज़िलिडीन कपूर तथा ब्यूटाइलपरबेन शामिल हैं।
प्रवाल, एक विविध समूह फाइलम निडारिया (Phylum Cnidaria) के सदस्य हैं, जिसमें जेलीफ़िश, हाइड्रोइड्स तथा समुद्री एनीमोन शामिल हैं। प्रवाल औपनिवेशिक जीव हैं, जो पॉलीप्स से बने होते हैं। यह ऊतक की एक पतली परत के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। पॉलीप्स एक कैल्शियम कार्बोनेट पदार्थ का स्राव करते हैं, जिससे कोरल रीफ पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण होता है।
थाईलैंड सरकार द्वारा प्रवाल को पर्यटन उद्योग से बचाने का यह नवीनतम प्रयास है। इसके तहत प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर £ 2,100 (1,00,000 बाहत-थाई मुद्रा) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसी तरह के प्रतिबंध प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप पलाऊ तथा अमेरिकी राज्य हवाई द्वारा भी प्रस्तुत किये गए हैं।