हाल ही में, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के अंतर्गत आर्थिक सलाहकार कार्यालय ने वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही (अप्रैल 2020-सितम्बर 2020) के लिये आठ कोर उद्योगों का सूचकांक जारी किया है। इस सूचकांक में शामिल आठ कोर उद्योग हैं- कोयला, प्राकृतिक गैस, कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और विद्युत।
सूचकांक में इन क्षेत्रों के अंतिम आँकड़ों की गणना करने के लिये अलग-अलग भारांश दिया जाता है। वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही के लिये जारी इस सूचकांक में रिफाइनरी उत्पादों को सर्वाधिक भारांश दिया गया है, वहीं इस्पात और विद्युत क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। जबकि सीमेंट उद्योग को सबसे कम भारांश दिया गया है।
संचयी वृद्धि (Cumulative growth) के संदर्भ में इस सूचकांक में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.9% की गिरावट दर्ज़ की गई है। इस वर्ष आई इस गिरावट का कारण पिछले वर्ष की अल्प विकास दर (1.3%) को माना जा रहा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में औद्योगिक विकास की निरंतरता को बनाए रखने की ओर ध्यान आकर्षित करती है।