भारत द्वारा कोस्टल रडार चेन नेटवर्क का विस्तार उच्च सागरों में खतरे के समय रियल टाइम निगरानी को सक्षम बनाने तथा हिंद महासागर के तटीय राज्यों में क्षमता निर्माण के उद्देश्य से किया गया है। मॉरीशस, सेशेल्स और श्रीलंका को इस नेटवर्क के साथ जोड़ा जा चुका है, जबकि मालदीव और म्यांमार को जोड़ने की योजना है। साथ ही, बांग्लादेश और थाईलैंड के साथ इस पर चर्चा चल रही है।
इसके प्रथम चरण में देश के समुद्रतटों पर 46 तटीय रडार स्टेशन स्थापित किये गए हैं। वर्तमान में चल रहे दूसरे चरण में तटरक्षक बल द्वारा 38 स्थैतिक (Static) और 4 गतिशील (Mobile) रडार स्टेशन स्थापित किये जा रहे हैं।
गुरुग्राम स्थित नौसेना का सूचना प्रबंधन और विश्लेषण केंद्र (IMAC) समुद्री डेटा संकलन के लिये नोडल एजेंसी है। इसे 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद स्थापित किया गया था।
समुद्री क्षेत्र के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिये नौसेना के हिंद महासागर क्षेत्र-सूचना संलयन केंद्र (IFC-IOR) में तीन अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारियों को शामिल किये जाने का विचार है। यद्यपि फ्रांस, जापान और अमेरिका के अधिकारी इस केंद्र में पहले से ही शामिल हो चुके हैं।
समुद्री यातायात के संबंध में सूचना के आदान-प्रदान के लिये सरकार द्वारा नौसेना को 36 देशों और 3 बहुपक्षीय निर्माणों (Multilateral Constructs) के साथ व्हाइट शिपिंग समझौतों पर निर्णय के लिये अधिकृत किया गया है। अब तक 22 देशों और एक बहुपक्षीय निर्माण के साथ समझौते संपन्न हुए हैं।