‘डॉक्सिंग किसी व्यक्ति या संगठन की निजी जानकारियों को इंटरनेट के माध्यम से सार्वजनिक किये जाने से संबंधित है। इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति भावनात्मक उत्पीड़न और साइबर हमलों का शिकार हो सकता है।
डॉक्सिंग में किसी व्यक्ति की निजी जानकारी का दुरुपयोग अवैध कार्यों के लिये किया जाता है, इसलिये सामान्यतः इसका प्रयोग नकारात्मक अर्थ में किया जाता है।
इसमें निजी जानकारी प्राप्त करने के लिये सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डाटाबेस, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों (जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि), हैकिंग और सोशल मीडिया इंजीनियरिंग का उपयोग किया जाता है।
हाल ही में, मेटा (फेसबुक) ने फेसबुक और इंस्टाग्राम को सख्त डॉक्सिग नियम बनाने का सुझाव दिया है, ताकि लोगों के संदिग्ध खाते को निलंबित किया जा सके।