नीदरलैंड्स के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में खगोलविदों ने ‘ए.जी.सी. 114905’ नामक एक ऐसी आकाशगंगा की खोज की है, जिसमें कोई ‘डार्क मैटर’ मौजूद नहीं है। यह एक ‘अल्ट्रा-डिफ्यूज ड्वार्फ गैलेक्सी’ है, जो पृथ्वी से लगभग 250 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित है।
‘डार्क मैटर’ ब्रह्मांड का एक ऐसा तत्त्व है, जिसकी उपस्थिति का पता इसके उच्च गुरुत्वाकर्षण बल से चलता है। डार्क मैटर की सांद्रता अत्यधिक होने के कारण प्रकाश भी इससे नहीं गुजर सकता है।
शोधकर्ताओं ने मैक्सिको स्थित ‘वेरी लार्ज ऐरे टेलीस्कोप’ की सहायता से इस आकाशगंगा का पता लगाया और इसमें घूर्णन कर रही गैसों से संबंधित आँकड़े एकत्र किये। इन आँकड़ों के विश्लेषण से उन्होंने पाया कि गैसों की गति को सामान्य पदार्थों की तरह पूर्णतः समझा जा सकता है।
वेरी लार्ज ऐरे टेलीस्कोप’विश्व में खगोलीय अध्ययन के लिये सर्वाधिक प्रयोग किया जाने वाला एक शक्तिशाली ‘रेडियो टेलीस्कोप’ है। यह गैसों और आणविक संरचनाओं का पता लगाने और उनका मानचित्रण करने में सक्षम है।