जनजातीय कार्य मंत्रालय ने जनजातीय समुदायों के युवाओं को डिजिटल माध्यम से मेंटरशिप प्रदान करने के उद्देश्य से 'फेसबुक' के साथ मिलकर 'गोल' (Going Online As Leaders–GOAL) कार्यक्रम की शुरुआत की है।
- 'गोल' कार्यक्रम की परिकल्पना इस रूप में की गई है कि यह जनजातीय युवाओं में छिपी प्रतिभा को उभारने में प्रेरक का कार्य करेगा। इससे उनका व्यक्तिगत विकास तो होगा ही, साथ ही वे अपने समाज के समग्र उत्थान में भी योगदान दे सकेंगे।
- वस्तुतः 'गोल' कार्यक्रम को जनजातीय युवाओं एवं महिलाओं में मेंटरशिप के माध्यम से बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, मधुमक्खी पालन, जनजातीय कला एवं संस्कृति, औषधीय जड़ी-बूटियों तथा उद्यमशीलता का विकास जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक दृष्टिकोण से क्षमता विकास हेतु डिज़ाइन किया गया है।
- इस कार्यक्रम के माध्यम से जनजातीय युवा उद्यमियों, पेशेवरों, कारीगरों तथा कलाकारों को डिजिटल उद्यमिता कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम के अंतर्गत, 5000 जनजातीय युवाओं (जिन्हें 'मेंटीज़' कहा जाता है) को विभिन्न विषयों तथा क्षेत्रों के विशेषज्ञों (जिन्हें 'मेंटर' कहा जाता है) द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर दिया जाएगा।