‘हनी मिशन’ कार्यक्रम की शुरुआत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा वर्ष 2017-18 के दौरान की गई थी। इसका उद्देश्य मधुमक्खी पालन गतिविधियों को बढ़ावा देना तथा ग्रामीण भारत के आर्थिक दृष्टि से पिछड़े व दूरदराज क्षेत्रों में किसानों, आदिवासियों तथा बेरोज़गार युवाओं को स्व-रोज़गार के अवसर प्रदान करना है।
इस योजना के तहत 29 शहद क्लस्टरों को मंजूरी प्रदान की गई है, जिसमें सरकार द्वारा प्रदान की गई 68.65 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता से 13388 मधुमक्खी पालकों को लाभ होगा। इसके तहत लाभार्थियों को मधुमक्खियों के बॉक्स, जीवित मधुमक्खियों के छत्ते/कॉलोनी, टूल किट तथा प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
एम.एस.एम.ई. मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित 'पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिये निधि योजना' (SFURTI) के तहत पारंपरिक मधुमक्खी पालकों को समूहों में संगठित करके स्थायी रोज़गार व समर्थन प्रदान किया जाता है। इसके लिये उन्हें नई मशीनें तथा प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
कृषि मंत्रालय की ‘राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन’ (NBHM) योजना के तहत मधुमक्खी पालन क्षेत्र के समग्र विकास, आय, रोज़गार सृजन, कृषि व गैर-कृषि परिवारों को आजीविका सहायता आदि प्रदान करने के लिये मधुमक्खी पालन की वैज्ञानिक पद्धति को बढ़ावा दिया जा रहा है।