लासा बुखार एक जूनोटिक वायरल रोग है। इसे सबसे पहले वर्ष 1969 में नाइजीरिया के लासा में खोजा गया था। इस शहर के आधार पर ही इसका नाम रखा गया। यह रोग चूहों द्वारा प्रसारित होता है, जो सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिमी अफ्रीका के कुछ देशों की स्थानिक (Endemic) प्रजाति है।
हालाँकि इस रोग की मृत्यु दर कम है, किंतु कुछ विशिष्ट व्यक्तियों (जैसे- गर्भवती महिलाओं) में इसकी मृत्यु दर अधिक हो सकती है।
इसके लक्षण सामान्यत: 1 से 3 सप्ताह बाद प्रकट होते हैं, जो लगभग 80% मामलों में स्पर्शोन्मुख (Asymptomatic) हैं, जिसके चलते समय पर इसका निदान संभव नहीं हो पाता है। इससे ग्रसित कुछ रोगियों की बहु-अंग विफलता (Multi-System Disease) के परिणामस्वरूप शुरुआती लक्षणों के दो सप्ताह में ही मृत्यु हो सकती है।
इसके सामान्य लक्षणों में हल्का बुखार, थकान, कमजोरी और सिरदर्द शामिल है, जबकि अधिक गंभीर लक्षणों में रक्तस्राव, साँस लेने में कठिनाई, उल्टी, चेहरे पर सूजन, छाती, पीठ और पेट में दर्द आदि शामिल हैं।