केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिये अगले दो वर्षों में राष्ट्रीय अवसंरचना निवेश कोष के ऋण प्लेटफॉर्म में 6,000 करोड़ की इक्विटी को मंजूरी दी है, जो आत्मनिर्भर भारत-3.0 पैकेज का हिस्सा है।
राष्ट्रीय अवसंरचना निवेश कोष बुनियादी ढाँचे से सम्बंधित गतिविधियों में निवेश के लिये सम्प्रभु निधि को आकर्षित करता है। यह कदम वर्ष 2025 तक बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिये 1.10 लाख करोड़ रुपए जुटाने में मदद करेगा, इसमें ब्राउन फील्ड और ग्रीन फील्ड दोनों परियोजनाएँ शामिल हैं। यह ऋण बाजा़र को टैप करने के लिये एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
यह ऋण प्लेटफॉर्म राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष द्वारा प्रायोजित है, इसमें असीम इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड और एन.आई.आई.एफ. इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड शामिल हैं।
नेशनल इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय निवेशकों के लिये एक सहयोगी निवेश मंच है, जो निवेशकों के लिये आकर्षक जोखिम-समायोजित रिटर्न उत्पन्न करने के उद्देश्य से बुनियादी ढाँचा, निजी इक्विटी और अन्य विविध क्षेत्रों जैसे परिसम्पत्ति वर्गों में निवेश करता है। यह दीर्घकालिक तथा स्थाई निवेश सिद्धांतों के लिये प्रतिबद्ध है।
एन.आई.आई.एफ. वर्तमान में मास्टर फंड, फंड ऑफ फंड्स तथा स्ट्रेटेजिक ऑपर्च्युनिटीज़ फंड का प्रबंधन करता है जो वैकल्पिक निवेश कोष के रूप में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के साथ पंजीकृत है।