हाल ही में पन्ना बायोस्फियर रिज़र्व को यूनेस्को के मैन एंड बायोस्फियर (MAB) प्रोग्राम के तहत बायोस्फियर रिज़र्व की वैश्विक सूची में शामिल किया गया है। यह इस सूची में शामिल भारत का 12 वाँ बायोस्फियर रिज़र्व है।
विंध्यन पर्वत श्रेणी में स्थित पन्ना बायोस्फियर रिज़र्व मध्य प्रदेश राज्य के उत्तर में पन्ना और छतरपुर ज़िले में फैला हुआ है। इसके मध्य में केन नदी दक्षिण से उत्तर की ओर बहती है।
पन्ना नेशनल पार्क को वर्ष 1994 में भारत सरकार द्वारा टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया था। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने वर्ष 2011 में इसे बायोस्फियर रिज़र्व घोषित किया था।
इस रिज़र्व में बाघ के अतिरिक्त तेंदुआ, नीलगाय, चिंकारा, चीतल, चित्तीदार बिल्ली, साही और सांभर जैसे जानवर तथा 200 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ, जिनमें लाल सिर वाला गिद्ध, बार-हेडेड हंस, हनी बुझार्ड और भारतीय गिद्ध आदि शामिल हैं, निवास करती हैं। यहाँ केन नदी में घड़ियाल और मगरमच्छ भी पाए जाते हैं।
वनस्पति प्रकारों में यहाँ उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती, सागौन, बोसवेलिया वन, एनोजिअस पेंडुला वन के साथ-साथ पठारों की खड़ी ढलानों पर बबूल के वृक्ष बहुतायत में पाए जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र का एक निकाय है, जिसका गठन 4 नवम्बर 1946 को हुआ था। जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग तथा मानव-पशु संघर्ष को हल करने के लिए यूनेस्को द्वारा प्रत्येक वर्ष नए बायोस्फियर रिज़र्व को नामित किया जाता है।