हाल ही में, तमिलनाडु के वेलांकन्नी में एक छोटे जलाशय में ताज़े जल की मछली की नई प्रजाति मिली है। सिल्वर रंग की इस मछली को 'पुंटियस सैंक्टस' नाम दिया गया है।
- लैटिन भाषा में 'सैंक्टस' का अर्थ होता है, 'पवित्र' (Holy)। वस्तुतः 'पुंटियस' साइप्रिनिडे (Cyorinidae) परिवार की मछली है। साइप्रिनिडे, ताज़े जल की मछलियों का एक परिवार है, जिसमें मिनो व गोल्डफिश भी शामिल हैं।
- भारत में पुंटियस की प्रजातियाँ मुख्यतः पश्चिमी घाट, पूर्वी घाट तथा हिमालय से प्रवाहित होने वाले जल निकायों में पाई जाती हैं। स्थानीय स्तर पर, पुंटियस सैंक्टस को केरल में परल (Paral) और तमिलनाडु में केन्डे (Kende) कहते हैं।
- यह एक छोटे आकार वाली मछली है, जिसकी लम्बाई 7 सेमी. तक हो सकती है। इसे भोजन तथा सजावट (एक्यूरियम में) हेतु उपयोग में लाया जाता है। यह अन्य मछलियों से इस रूप में भिन्न है कि इसमें एक लम्बा मुँह तथा नाक के पास एक जोड़ी संवेदी (Maxillary barbels) अंग होते हैं।
- 'पुंटियस सैंक्टस' को फिलहाल पुणे स्थित भारतीय प्राणिविज्ञान सर्वेक्षण में जमा कर दिया गया है। साथ ही, इसे इंटरनेशनल कमीशन ऑफ ज़ूलॉजिकल नोमेनक्लेचर (जंतुओं के नाम रखने वाला आधिकारिक प्राधिकरण) में पंजीकृत भी करा दिया गया है।