रामकिंकर बैज एक प्रतिष्ठित मूर्तिकार एवं चित्रकार थे। इनका जन्म 25 मई,1906 को प. बंगाल के बांकुरा में हुआ था। वर्ष 1925 में इन्होंने शांतिनिकेतन के कला भवन में नंदलाल बोस के मार्गदर्शन में कलात्मक कौशल विकसित किया।
- इन्होंने अपनी कला में भारतीय शास्त्रीय-पूर्व मूर्तिकला मूल्यों तथा आधुनिक पश्चिमी शैली को अपनाया। मूर्ति-निर्माण हेतु इन्होंने सीमेंट, लेटेराइट एवं गारे का प्रयोग किया। सर्वप्रथम, मूर्तिकला-निर्माण में सीमेंट कंक्रीट का प्रयोग इन्होंने ही किया था।
- वर्ष 1950 में इन्हें 'सैलोन डेस रेलीटिस नूवेल्स' और 1951 में 'सैलोन डे माई' में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया गया था। वर्ष 1970 में भारत सरकार ने इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया।
- संस्कृति मंत्रालय का राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय इनकी 115वीं जयंती के उपलक्ष्य में 'मूक बदलाव और अभिव्यक्तियों के माध्यम से यात्रा' नामक शीर्षक से आभासी यात्रा (virtual tour) का आयोजन कर रहा है।
- इस आभासी यात्रा में रामकिंकर जी की कुल 639 कलाकृतियों में से 520 कलाकृतियों एवं इनकी जीवन-स्मृति पर भी प्रकाश डाला जाएगा। इन कलाकृतियों को पाँच श्रेणियों- चित्र (Portrait), जीवन का अध्याय, सार एवं संरचनात्मक रचना, प्रकृति का अध्ययन व परिदृश्य तथा मूर्तियाँ इत्यादि में बांटा गया है।