गांधीनगर में आयोजित प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण हेतु 13वें कोप सम्मेलन में ‘स्टेट ऑफ़ इंडियाज़ बर्ड्स 2020’ रिपोर्ट जारी की गई। इसके अनुसार, रोज़ी स्टर्लिंग पिछले 25 वर्षों में सर्वाधिक वृद्धि करने वाला पक्षी है।
- रोज़ी स्टर्लिंग, स्टर्निडी परिवार (जिसमें मैना भी शामिल है) से सम्बंधित है, इसका वैज्ञानिक नाम पास्टर रोसेस (Pastor Roseus) है। भारत में इसे गुलाबी मैना या तिल्यार के नाम से भी जाना जाता है।
- यह एक प्रवासी पक्षी है, जो भारत तथा दक्षिण-पूर्व एशिया में जुलाई-अगस्त माह में आता है और मार्च-अप्रैल माह में प्रजनन के लिये वापस पूर्वी यूरोप लौट जाता है। यह पक्षी मुख्यतः रूस तथा कज़ाकिस्तान में पाया जाता है।
- रोज़ी स्टर्लिंग को किसानों का मित्र भी कहा जाता है क्योंकि यह फसलों को नुकसान पहुँचाने वाले टिड्डों तथा कीट-पतंगो के लार्वा को भोजन के रूप में ग्रहण करता है।
- आई.यू.सी.एन. की रेड-लिस्ट में इसे लीस्ट कंसर्न (खतरे से बाहर) की श्रेणी में रखा गया है।