हाल ही में, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत 'सहकार प्रज्ञा' पहल का अनावरण किया गया है। 'राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम' द्वारा लक्ष्मणराव इनामदार राष्ट्रीय सहकारी अनुसंधान और विकास अकादमी के सहयोग से 'सहकार प्रज्ञा' के अंतर्गत 45 प्रशिक्षण मॉड्यूलों के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक सहकारी समितियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
सहकार प्रज्ञा किसान केंद्रित पहलों की शृंखला में नवीनतम है। एन.सी.डी.सी. देशभर में फैले अपने 18 क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के विस्तृत नेटवर्क के माध्यम से प्रशिक्षण क्षमता को 18 गुना तक बढ़ाने के लिये प्रतिबद्ध है।
किसानों की आय को दोगुना करने के लिये स्टैंड अप इंडिया और स्किलिंग इंडिया जैसे कार्यक्रमों को ध्यान में रखते हुए एन.सी.डी.सी. द्वारा पूर्व में प्रारम्भ की गई पहलें हैं-
सहकार 22 - 222 ज़िलों में सहकारी समितियों को विकसित करने के लिये।
सहकार मित्र - इंटर्नशिप कार्यक्रम पर योजना।
युवा सहकार - सहकारी समितियों के लिये स्टार्ट-अप योजना।
आयुष्मान सहकार - स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये बुनियादी ढाँचे का निर्माण।
एन.सी.डी.सी. वर्ष 1963 में गठित एक शीर्ष स्तरीय सांविधिक स्वायत्त संस्था है। इसका उद्देश्य कृषि उत्पादों, औद्योगिक वस्तुओं, पशुधन तथा कुछ अन्य वस्तुओं एवं सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा आदि के उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन, भंडारण तथा आयात-निर्यात के लिये कार्यक्रमों की योजना बनाना और इन्हें बढ़ावा देना है। यह सहकारी समितियों को तीनों स्तरों (प्राथमिक, ज़िला और राज्य) पर वित्तीय सहायता प्रदान करता है।