सैन इसिड्रो आंदोलन (MSI) क्यूबा में सत्ताधारी शासन के विरुद्ध चल रहा एक आंदोलन है। इसके अंतर्गत वहाँ के कलाकार और कार्यकर्ता व्यापक स्तर पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं। वस्तुतः पिछले छह दशकों से भी अधिक समय से सत्तावादी साम्यवादी शासन से यह मांग की जा रही है।
सितम्बर 2018 में क्यूबा सरकार ने 'डिक्री 349’ को लागू करने का प्रयास किया, जिसके विरोध में यह आंदोलन शुरू हुआ। यह ऐसा कानून था जो सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के लिये देश के संस्कृति मंत्रालय को अतिरिक्त शक्तियाँ प्रदान करता था। हालाँकि संसद के बाहर प्रदर्शन के बाद एम.एस.आई. ने डिक्री के प्रवर्तन को निलम्बित कर दिया था।
डिक्री 349 का विरोध करने के लिये कलाकार, कवि, पत्रकार और कार्यकर्ता एक अश्वेत बहुल इलाके 'सैन इसिड्रो' में एकत्रित हुए, जो हवाना के सबसे गरीब लेकिन सांस्कृतिक रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है तथा यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल प्राचीन हवाना का हिस्सा है।
वर्ष 2015 में इस आंदोलन को एक निर्णायक मोड़ देने के लिये क्यूबा और अमेरिका के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ, इसके तहत क्यूबा ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सम्बंधो को शुरू करने के बदले अपने नागरिकों को अधिक इंटरनेट फ्रीडम और नागरिक स्वतंत्रता प्रदान की।