सीखो और कमाओ योजना 14-35 वर्ष आयु वर्ग के अल्पसंख्यक युवाओं के लिये एक कौशल विकास योजना है। इसका लक्ष्य मौजूदा श्रमिकों, स्कूल छोड़ने वालों आदि की रोजगारपरकता को बेहतर बनाकर उनके लिये रोजगार का सृजन तथा अवसर प्रदान करना है।
इस योजना का उद्देश्य विभिन्न आधुनिक/परंपरागत व्यवसायों में संलग्न अल्पसंख्यक युवाओं के कौशल का उनकी शैक्षणिक अर्हता, वर्तमान आर्थिक रुझान तथा बाज़ार संभाव्यता के आधार पर उन्ननयन करना है, जिससे उन्हें उचित रोजगार व स्वरोजगार के लिये कुशल बनाया जा सके। साथ ही देश के लिये कुशल मानव संसाधन तैयार किया जा सके।
यह योजना 75% प्लेसमेंट/स्थानन सुनिश्चित करती है, जिसमें से 50% संगठित क्षेत्र में होंगे। योजना दिशानिर्देशों के अनुसार कार्यान्वयन करने वाले संगठनों को प्लेसमेंट सेवाओं के साथ संबंध स्थापित करने की आवश्यकता होगी।
यह संगठन, प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात् स्वरोजगार के इच्छुक उम्मीदवारों के लिये वित्तीय संस्थानों, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम तथा बैंकों आदि के माध्यम से आसान सूक्ष्म वित्त व ऋण की व्यवस्था करेंगे।
इस रोजगारोन्मुखी योजना के तहत पदस्थापित प्रशिक्षुओं को प्लेसमेंट सहायता के रूप में दो माह के लिये 2000 रुपये प्रति माह की पोस्ट प्लेसमेंट सहायता प्रदान की जाती है। पिछले 7 वर्षों में इस योजना से लगभग 3.92 लाख व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं।