तमिलनाडु के कवलूर में जावादी पहाड़ियों पर स्थित वेणु बप्पू वेधशाला भारत की सबसे प्रसिद्ध वेधशालाओं में से एक है। वर्ष 1972 में इस वेधशाला में भारतीय खगोलशास्त्री वेणु बप्पू ने 40 इंच टेलीस्कोप को स्थापित किया था।
इस टेलीस्कोप ने यूरेनस ग्रह के चारों ओर छल्लों की उपस्थिति का पता लगाने के साथ-साथ यूरेनस के एक नए उपग्रह तथा गेनीमेड (बृहस्पति का उपग्रह) के चारों ओर वातावरण की उपस्थिति की खोज कर खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इससे किये गए अन्य महत्वपूर्ण शोधों में 'बी स्टार्स' की खोज तथा उसका अध्ययन, विशाल तारों में लिथियम की कमी, ज्वालापुंजों में प्रकाशीय परिवर्तनशीलता तथा प्रसिद्ध सुपरनोवा एसएन 1987ए की गतिकी शामिल हैं।
हाल ही में, वेणु बप्पू वेधशाला संचालन के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में इस टेलीस्कोप की कई तारकीय खोजों पर प्रकाश डाला गया।