समाज में विज्ञान की महत्त्वपूर्ण भूमिका और उभरते वैज्ञानिक मुद्दों पर जनता को व्यापक स्तर पर संलग्न करने के उद्देश्य से यूनेस्को द्वारा प्रत्येक वर्ष 10 नवम्बर को विश्व विज्ञान दिवस मनाया जाता है। यह दिवस, विज्ञान के महत्त्व एवं प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए सभी सरकारी अधिकारियों, विद्यार्थियों, मीडिया आदि को एक साथ जोड़ने का प्रयास करता है।
वर्ष 2020 के लिये विज्ञान दिवस की थीम ‘विज्ञान, समाज के लिये और समाज के साथ’ (Science for and with Society) है। इस वर्ष वैज्ञानिक दृष्टिकोण के द्वारा कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये यूनेस्को ने तीन प्रमुख पहलों को अपनाया है, ये पहलें हैं- अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को प्रोत्साहन, स्वच्छ जल तक पहुँच सुनिश्चित करना और पारिस्थितिक पुनर्निर्माण का समर्थन।
विज्ञान दिवस मनाने का विचार सर्वप्रथम बुडापेस्ट में वर्ष 1999 में आयोजित ‘विश्व विज्ञान सम्मेलन’ में प्रस्तुत किया गया था। तत्पश्चात यूनेस्को द्वारा वर्ष 2001 में इस दिवस की घोषणा की गई तथा पहला विश्व विज्ञान दिवस 10 नवम्बर, 2002 को मनाया गया।
इस दिवस के माध्यम से यूनेस्को ने संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले वैज्ञानिकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया है, इज़रायल-फिलिस्तीनी विज्ञान संगठन (IPSO) का निर्माण इसी का एक उदाहरण है।