भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं ने गन्ने की पेराई के बाद बचे अवशेषों से ‘ज़ाइलिटोल’ (Xylitol) उत्पादन के लिये एक अल्ट्रासाउंड-समर्थित किण्वन विधि विकसित की है।
ज़ाइलिटोल कई फलों और सब्जियों सहित पौधों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक चीनी अल्कोहल है। इसे एक सुरक्षित वैकल्पिक स्वीटनर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि इसमें कम कैलोरी होती है और यह रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता है।
अन्य गुणों के साथ इसमें मोटापा तथा मधुमेह विरोधी गुण होते हैं तथा यह माइल्ड प्रीबायोटिक एवं दाँतों को क्षरण से बचाने में मदद करता है।
किण्वन प्रक्रिया में अल्ट्रासाउंड के उपयोग से पारंपरिक प्रक्रियाओं में लगने वाले समय में कमी के साथ उपज में लगभग 20% की वृद्धि होगी। साथ ही इसमें अल्ट्रासाउंड शक्ति की अधिक खपत नहीं होगी।