ज़ोंबी वायरस एक अमीबा विषाणु है। बर्फ के अंदर फँसे होने के कारण ये विषाणु कई वर्षों तक सुप्त अवस्था में रहते हैं तथा बर्फ के पिघलने के बाद जीवित हो जाते हैं।
शोधकर्ताओं ने हाल ही में 48,500 वर्षों तक बर्फ में फँसे रहने के बाद सक्रिय हुए ज़ोंबी विषाणु की खोज की है। इसे पैंडोरावायरस येडोमा (Pendoravirus Yedoma) कहा जाता है। ये बैक्टीरिया एवं वायरस ग्लेशियर और पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने के कारण मुक्त हो रहे हैं।
अध्ययनों के अनुसार, वर्षों तक निष्क्रिय ये विषाणु सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा उत्पन्न कर सकते हैं। ये सूक्ष्मजीव मनुष्यों में खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।