प्रश्न- (केस स्टडी)
हाल ही में, उच्चतम न्यायालय ने अपने एक निर्णय में उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें ट्रैफिक जंक्शनों, बाज़ारों और सार्वजनिक स्थानों पर भिखारियों और बेघरों द्वारा भिक्षावृत्ति को रोकने की मांग की गई थी। एक ऐसे सभ्य समाज में जहाँ राज्य सभी नागरिकों की उचित आजीविका का प्रबंध सुनिश्चित नहीं कर सकता है, वहाँ इस प्रकार की याचिका का कोई अर्थ नहीं रह जाता।
उक्त परिस्थिति में निहित नैतिक एवं विधिक मुद्दों की पहचान करते हुए उपयुक्त सुझाव प्रस्तुत करें। (250 शब्द)
27-Oct-2021 | GS Paper - 4
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