केस स्टडी
आप एक ज़िले में खनन कार्यों के प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं। आपके ज़िले में एक ऐसे खनिज ‘A’ का खनन होता है, जो देश भर में सिर्फ आपके ज़िले में ही पाया जाता है। इस खनिज ‘A’ के माध्यम से जिस विशिष्ट उत्पाद का विनिर्माण होता है, वह न सिर्फ देश के सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि उसका निर्यात देश के चालू खाते घाटे में भी प्रभावी कमी करता है। इसके अलावा, आपके ज़िले का खनन क्षेत्र ज़िले की जनसंख्या के एक बड़े हिस्से को रोज़गार प्रदान करता है। एक रोज़ खनिज ‘A’ के खनन के दौरान अचानक एक अन्य खनिज ‘B’ की प्राप्ति होती है। वैज्ञानिकों द्वारा विश्लेषण किये जाने पर ज्ञात हुआ कि खनिज ‘B’ स्वतः एक विशिष्ट प्रकार का विकिरण उत्सर्जित करता है, जो मानव में आनुवंशिक बीमारियाँ उत्पन्न कर सकता है। जैसे ही इसकी भनक मानवाधिकार संगठनों, विपक्षी राजनीतिक दलों व मीडिया को लगती है, वे जल्द से जल्द ज़िले में खनन गतिविधियों को पूर्णतः प्रतिबंधित करने का दबाव बनाते हैं। ज़िले भर में संचालित खनन गतिविधियों को रोकने अथवा जारी रखने का पूर्ण विवेकाधिकार आपके पास ही है। यदि आप खनन गतिविधियों को जारी रखते हैं तो वहाँ कार्यरत श्रमिकों के आनुवंशिक बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा है, वहीं यदि आप खनन गतिविधियों को प्रतिबंधित करते हैं तो देश की जी.डी.पी. में कमी, चालू खाते घाटे में वृद्धि तथा श्रमिकों के गरीबी स्तर में वृद्धि जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। सबसे बढ़कर, कुछ श्रमिक परिवारों को तो भूखों तक मरना पड़ सकता है।
उक्त परिस्थिति के आलोक में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये–
(i) आप खनन गतिविधियों को प्रतिबंधित करेंगे अथवा नहीं? अपने निर्णय के पक्ष में तर्क दीजिये।
(ii) आप खनन गतिविधियों व मानव स्वास्थ्य में से किसे प्राथमिकता देंगे और क्यों? (250 शब्द)
19-Mar-2021 | GS Paper - 4
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