जाति व्यवस्था एक संकीर्ण अवधारणा पर आधारित है। क्या इस व्यवस्था का उन्मूलन संभव है? टिप्पणी कीजिये। (250 शब्द)
28-Jun-2021 | GS Paper - 1
जाति व्यवस्था एक संकीर्ण अवधारणा पर आधारित है। क्या इस व्यवस्था का उन्मूलन संभव है? टिप्पणी कीजिये। (250 शब्द)
28-Jun-2021 | GS Paper - 1
उत्तर प्रारूप
भूमिका (40-50 शब्द)
जाति व्यवस्था के महत्त्वपूर्ण तत्त्व जैसे- जन्म के आधार पर निर्धारण, सामाजिक स्तरीकरण एवं भेदभाव इत्यादि का उल्लेख करते हुए संक्षिप्त भूमिका लिखें।
मुख्य भाग (140-150 शब्द)
• जाति व्यवस्था के कारण उत्पन्न समस्याओं जैसे- अस्पृश्यता, सामजिक विघटन, आर्थिक प्रगति में अवरोध, राष्ट्रीय एकता में बाधा तथा राजनिति में दबाब समूह एवं वोट बैंक के रूप में दुरुपयोग इत्यादि की चर्चा करें।
• जाति व्यवस्था के उन्मूलन हेतु किये जाने वाले उपायों जैसे- शिक्षा का प्रसार, खान-पान, अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहन, जाति सूचक शब्दों के प्रयोग पर प्रतिबंध, सम्मेलन गोष्ठियों से जातिवाद का बहिष्कार, सामाजिक एवं आर्थिक असमानता को दूर करना इत्यादि की चर्चा करें।
• जाति व्यवस्था के उन्मूलन को संभव बनाने के लिये किये गए संवैधानिक उपबंधों जैसे- अनुच्छेद 15(4), 17, 23, 24, 25 (2), 46, सरकारी सेवाओं में आरक्षण, संसद एवं विधान सभा में आरक्षण एवं सरकार द्वारा बनाये गए कानून जैसे- नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1955 और अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम, 1989 इत्यादि की चर्चा करें।
निष्कर्ष (40-50 शब्द)
भारतीय समाज में नकारात्मक उपकरण के रूप में जाति व्यवस्था के अनुप्रयोग, इसके पूर्णतः उन्मूलन की सीमा एवं संभावित उपायों द्वारा इसमें शिथिलता लाने का उल्लेख करते हुए संतुलित निष्कर्ष लिखें।
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