प्रशासकीय विवेक से आप क्या समझते हैं? इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभावों का वर्णन कीजिये।
04-Jun-2020 | GS Paper - 4
किसी संगठन की कार्य संस्कृति से आप क्या समझते हैं? सकारात्मक एवं नकारात्मक कार्य संस्कृति के लक्षणों का उल्लेख कीजिये। किसी संगठन/संस्था की नकारात्मक कार्य संस्कृति में आप कैसे सुधार कर सकते हैं? सोउदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
03-Jun-2020 | GS Paper - 4
"नैतिक अहंवाद आत्महित को ही सहीपन का एकमात्र मापदंड मानता है। यह ऐसा विचार है, जो इस परम्परागत मान्यता का विरोध करता है कि परहितवाद ही नैतिकता का सार है।" चर्चा कीजिये।
02-Jun-2020 | GS Paper - 4
“सूचना का अधिकार अधिनियम गोपनीयता के अंधेरे से पारदर्शिता के उजाले की ओर ले जाने का संकेत देता है।“ उक्त कथन के आलोक में सूचना के अधिकार अधिनयम की चुनौतियों को स्पष्ट कीजिये।
01-Jun-2020 | GS Paper - 4
'हित विरोधिता' से क्या अभिप्राय है? 'हित विरोधिता' एक लोक सेवक को नैतिक दुविधा में डालने के साथ- साथ भ्रष्टाचार का प्रमुख कारक भी है। स्पष्ट कीजिये।
30-May-2020 | GS Paper - 4
लोक सेवक द्वारा निर्णय लेने की प्रक्रिया में अंतःकरण की आवाज़ की भूमिका को रेखांकित कीजिये। एक लोक सेवक अपने अंतःकरण की आवाज़ सुनने तथा उसका अनुसरण करने के लिये स्वयं को कैसे तैयार कर सकता है? सोदाहरण चर्चा कीजिये।
29-May-2020 | GS Paper - 4
भावनात्मक बुद्धिमत्ता एक ऐसा साधन है जो नैतिक दुविधाओं को दूर कर लक्ष्य प्राप्ति को सरल बनाता है। भारतीय लोकसेवा के संदभ में उक्त कथन की प्रासंगिकता का मूल्यांकन कीजिये।
28-May-2020 | GS Paper - 4
अभिवृत्ति (attitude) तथा मूल्यों (Values) के बीच सम्बंध को स्पष्ट कीजिये। मूल्य किस प्रकार अभिवृत्ति को प्रभावित करते हैं? चर्चा कीजिये।
27-May-2020 | GS Paper - 4
निम्नलिखित कथनों से आप क्या समझते हैं? वर्तमान संदर्भ में इनकी प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिये।
(1) "मैंने जाना कि साहस भय की अनुपस्थिति नहीं, बल्कि उस पर विजय है।" - नेल्सन मंडेला।
(2) "एक विनम्र तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं।" - महात्मा गांधी।
25-May-2020 | GS Paper - 4
एक सफल सिविल सेवक होने के लिये व्यक्तिगत हित और सार्वजनिक हित के मध्य संतुलन बनाना अत्यावश्यक है। सोदाहरण चर्चा करें।
23-May-2020 | GS Paper - 4
Our support team will be happy to assist you!