केस स्टडी
आप एक ‘ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी’ के पद पर कार्यरत हैं। राज्य में आपकी पहचान एक प्रभावी स्वास्थ्य प्रशासक के रूप में है। आप अपनी सत्यनिष्ठा, ईमानदारी, भ्रष्टाचार के प्रति मुखरता और त्वरित निर्णय लेने के लिये जाने जाते हैं। आपका स्थानांतरण एक ऐसे ज़िले में किया गया है, जहाँ इलाज के दौरान होने वाली मौतों का आँकड़ा राज्य में सर्वाधिक है। आपकी पत्नी एक ऐसी जानलेवा बीमारी से पीड़ित है, जिसका इलाज देशभर में सिर्फ एक ही डॉक्टर कर सकता है। वह डॉक्टर अभी आपके ज़िले में ही नियुक्त है और आप उनसे अपनी पत्नी का इलाज करा रहे हैं। जब आप ज़िले में ‘इलाज के दौरान होने वाली मौतों’ के कारणों की पड़ताल करते हैं, तो एक चौंकाने वाली बात सामने आती है। आपको पता चलता है कि ज़िले में स्वास्थ्य कर्मियों का एक दल चोरी-छिपे मरीजों की किडनी बेचने का रैकट चलाता है और इसी कारण इस ज़िले में इलाज के दौरान सर्वाधिक मौतें होती हैं। एक दिन जाँच के दौरान आपको पता चला कि इस किडनी रैकेट का नेतृत्व आपकी पत्नी का इलाज करने वाले डॉक्टर ही कर रहे हैं। आप इस संबंध में कुछ कदम उठाने की सोच ही रहे थे कि आपके पास उन डॉक्टर का कॉल आता है और वे आपको चुप रहने के लिये कहते हैं। इसके बदले में न सिर्फ आपकी पत्नी का मुफ्त इलाज करने की, बल्कि आपको भारी धनराशि देने की पेशकश भी की जाती हैं। कुछ दिन पूर्व ही आपके पुत्र ने एक विश्वस्तरीय परीक्षा पास की है और अमेरिका के एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में दाखिला लेने की पात्रता हासिल की है। यह आपका सपना था कि आपके पुत्र का दाखिला उस संस्थान में हो जाये, लेकिन उसके दाखिले के लिये आपके पास पर्याप्त धनराशि नहीं है। यदि आप उनकी पेशकश को मान लेते हैं, तो न सिर्फ आपकी पत्नी की जान बच जाएगी, बल्कि आपको अपने पुत्र का दाखिला कराने के लिये भी आवश्यक धनराशि मिल जाएगी। लेकिन आप यदि उनकी पेशकश को ठुकराते हैं, तो इलाज के अभाव में न सिर्फ आपकी पत्नी की मृत्यु हो जाएगी, बल्कि आपके पुत्र का दाखिला भी नहीं होगा और आपका सपना टूट जाएगा। इसके अलावा, आपको यह भी पता है कि इस रैकेट का संबंध ऐसे अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह से है, जो उनके खिलाफ बोलने वालों की जान लेने में ज़रा भी नहीं हिचकिचाते हैं। इसी बीच इलाज के दौरान होने वाली मौतों का आँकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है और राजकीय स्वास्थ्य विभाग ने आपको शीघ्रातिशीघ्र प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है।
उक्त परिस्थिति के आलोक में निम्नलिखित प्रश्नों के तर्कपूर्ण उत्तर दीजिये–
i. आप अपने समक्ष उपस्थित नैतिक मुद्दों की पहचान कीजिये।
ii. आप अपने नैतिक मूल्यों और पारिवारिक कर्तव्यों में से किसे प्राथमिकता देंगे और क्यों?
iii. यदि आप अपने नैतिक मूल्यों को प्राथमिकता देते हैं तो आप अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों से विमुख होते दिख सकते हैं। इस स्थिति से आप कैसे बचेंगे?
(250 शब्द)
31-Jul-2021 | GS Paper - 4