“प्रत्येक गति, प्रगति नहीं होती। किसी भी ‘गति’ को ‘प्रगति’ की अवस्था प्राप्त करने के लिये उसका नैतिक गुणों से परिपूर्ण होना अनिवार्य है।” सोदाहरण चर्चा करें। (250 शब्द)
30-Sep-2020 | GS Paper - 4
“प्रत्येक गति, प्रगति नहीं होती। किसी भी ‘गति’ को ‘प्रगति’ की अवस्था प्राप्त करने के लिये उसका नैतिक गुणों से परिपूर्ण होना अनिवार्य है।” सोदाहरण चर्चा करें। (250 शब्द)
30-Sep-2020 | GS Paper - 4
उत्तर-प्रारूप
भूमिका (30-35 शब्द)
नैतिक गुणों के आधार पर गति व प्रगति के मध्य का अंतर स्पष्ट करें।
मुख्य भाग (175-180 शब्द)
निष्कर्ष (30-35 शब्द)
‘गति’ की अपेक्षा नैतिक गति यानी ‘प्रगति’ का समर्थन करते हुए उत्तर की समाप्ति करें।
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