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Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 4

'उत्कृष्टता (Excellence) कोई कार्य नहीं बल्कि आदत है'- अरस्तू। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)

09-Jun-2021 | GS Paper - 4

Solutions:

उत्तर प्रारूप

भूमिका (25-30 शब्द)

उत्कृष्टता को एक सद्गुण के रूप में परिभाषित करें।

मुख्य भाग (90-100 शब्द)

• विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता की प्राप्ति हेतु दृढ़ता, निरंतरता और कठिन प्रयासों की भूमिका की उदाहरण सहित चर्चा करें। जैसे- किसी लक्ष्य को निर्धारित कर लेने मात्र से ही उत्कृष्टता की प्राप्ति असंभव है बल्कि उसके लिए निरंतर प्रयास और समर्पण की भावना का होना आवश्यक है।
• कुछ ऐसे उदाहरणों की चर्चा करें जो यह दर्शाते हैं कि उत्कृष्टता व्यक्ति के स्वभाव का हिस्सा होते हुए केवल किसी विशेष क्षेत्र तक सीमित न होकर उसके आचरण में परिलक्षित होती है। जैसे- किसी प्रशासक के लिये एक विभाग में ही गुणवत्ता को वरीयता देने की बजाय प्रशासन के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता साध्य है।

निष्कर्ष (25-30 शब्द)

समाज और प्रशासन में उत्कृष्टता की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए संतुलित निष्कर्ष लिखें।

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