"मौलिक कर्त्तव्यों का मूल उद्देश्य अधिकारों को सीमित करना नहीं, अपितु लोकतांत्रिक संतुलन बनाते हुए लोगों को अपने अधिकारों की तरह कर्त्तव्यों के प्रति सजग करना है"। इस कथन के संदर्भ में मूल कर्त्तव्यों की व्यवहार्यता का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये।
03-Jun-2020 | GS Paper - 2