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Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 3

जीन चिकित्सा विभिन्न गम्भीर रोगों के उपचार के लिये वरदान है, किंतु इसके दुरुपयोग की भी सम्भावना है। इस परिप्रेक्ष्य में आई.सी.एम.आर. द्वारा जीन चिकित्सा के सम्बंध में जारी दिशा-निर्देशों का उल्लेख करते हुए इनकी उपयोगिता को स्पष्ट कीजिये। (250 शब्द)

08-Dec-2020 | GS Paper - 3

Solutions:

उत्तर प्रारूप

भूमिका (40-50 शब्द)

जीन चिकित्सा को स्पष्ट करते हुए जर्म लाइन और सोमेटिक जीन चिकित्सा का संक्षेप में वर्णन करें।

मुख्य भाग (160 – 170 शब्द)

• जीन चिकित्सा के लाभों का वर्णन करें, जैसे- आनुवंशिक और असाध्य रोगों (हीमोफिलिया, सिकल सेल एनीमिया एवं पार्किंसन) का सफल उपचार, जर्म लाइन चिकित्सा का प्रयोग कर रोगों को अगली पीढ़ी में जाने से रोकना आदि।
• इस तकनीक के दुरुपयोगों में डिज़ाइनर बेबी की संकल्पना, चिकित्सा के व्यवसायीकरण को बढ़ावा मिलना आदि का वर्णन करें।
• जीन चिकित्सा पर आई.सी.एम.आर. के दिशा-निर्देशों, जैसे- जीन चिकित्सा उत्पादों के अनुसंधान के लिये जैव सुरक्षा समिति से अनुमोदन प्राप्त करना, अपशिष्ट पदार्थों व उप-उत्पाद के निपटान के लिये उचित बायोहैज़र्ड डिस्पोज़ल प्रोटोकॉल का पालन करना आदि की चर्चा करें।

निष्कर्ष (40-50 शब्द)

जीन चिकित्सा के विकास व अनुसंधान में आई.सी.एम.आर. द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के महत्त्व को स्पष्ट करते हुए निष्कर्ष लिखें।

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