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उत्तर प्रारूप-
भूमिका
जियोइंजीनियरिंग को परिभाषित करते हुए संक्षिप्त भूमिका लिखें।
मुख्य भाग
- जियोइंजीनियरिंग के संदर्भ में क्लाउड सीडिंग, मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग, माइक्रोबबल (समुद्री झाग), सिरस क्लाउड थिनिंग, कार्बन कैप्चर और स्टोरेज प्रौद्योगिकी आदि प्रक्रियाओं की चर्चा कीजिए।
- जियोइंजीनियरिंग से जुडी चिंताओं में पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव, पर्यावरणीय हस्तक्षेप से होने वाले जोखिम और प्राकृतिक प्रणालियों में बदलाव आदि का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष
जियोइंजीनियरिंग से संबंधित मुद्दों पर विचार करते हुए तथा ऐसे अनुप्रयोगों के अप्रत्याशित खतरों का मूल्यांकन करने के पश्चात् ही इन प्रौद्योगिकियों का प्रयोग किया जाना चाहिए।