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उत्तर प्रारूप
भूमिका
- जलविद्युत परियोजना से आशय स्पष्ट करते हुए संक्षिप्त में भूमिका लिखें।
मुख्य भाग
- जलविद्युत एक नवीकरणीय ऊर्जा है जिसे बांधों, जलाशयों, बहती नदियों आदि से संग्रहित जल का द्वारा टरबाइन के उपयोग से उत्पन्न किया जाता है।
- वर्तमान में बढ़ते जलवायु प्रदूषण को कम करने में यह ऊर्जा काफी लाभदायक है।
- जलविद्युत परियोजना से लाभ जैसे-
- यह कोयले,गैस या जीवाश्म ईंधन पर आधारित ऊर्जा से सस्ती ऊर्जा है।
- इस उर्जा से कोई पर्यावरणीय क्षति नहीं होती है।
- इस परियोजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है ।
- मछली उत्पादन में वृद्धि से आर्थिक लाभ प्राप्त होते हैं ।
- रोजगार प्राप्ति के अवसर में वृद्धि आदि लाभ प्राप्त होते हैं।
- जलविद्युत परियोजन से हानि जैसे -जलविद्युत परियोजना स्थापित करने से सामाजिक ,आर्थिक एवं पर्यावरणीय क्षति का सामना भी करना पड़ता है।
- इन परियोजनाओं से बहुत से लोग अपने घर से विस्थापित होते है।
- वृक्षों का अत्यधिक मात्रा में कटाव किया जाता है जिससे पर्यावरणीय समस्याएं जैसे बाढ़ ,सूखा एवं जल भराव आदि उत्पन्न होती हैं।
- कृषि की उत्पादकता में कमी आदि ।
- भारत में लगभग 100 बड़े जलविद्युत संयंत्र हैं, जिनकी क्षमता 25 मेगावाट से अधिक है, लेकिन देश के कुल बिजली मिश्रण में उनकी हिस्सेदारी निम्न स्तर पर है वर्तमान में यह लगभग 12% है जिसे बढ़ने की आवश्यकता आदि का उल्लेख करें ।
निष्कर्ष
जलविद्युत परियोजन के संदर्भ में सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए संक्षिप्त में निष्कर्ष लिखें।