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Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 1

प्राचीन भारतीय इतिहास के साहित्यिक स्रोतों में स्मृति साहित्यों की उपादेयता महत्त्वपूर्ण है। चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

01-Apr-2021 | GS Paper - 1

Solutions:

उत्तर प्रारूप

भूमिका (25-30 शब्द)

प्राचीन भारत में  स्मृति ग्रंथों के विकास का उल्लेख करते हुए संक्षिप्त भूमिका लिखें।

मुख्य भाग (90-100 शब्द)

  • प्राचीन भारतीय इतिहास के महत्त्वपूर्ण साहित्यिक स्रोत के रूप में मनु, याज्ञवल्क्य, कात्यायन, गौतम, बृहस्पति, ओशनम, पाराशर आदि स्मृति ग्रंथों की चर्चा करें।
  • विभिन्न स्मृतियों से प्राचीन ऐतिहासिक शासकों की वंशावली, प्रशासन, अर्थव्यवस्था, सामाजिक एवं सांस्कृतिक स्थिति ( दास प्रथा, अस्पृश्यता, महिलाओं की दशा विवाह प्रथा, धार्मिक मान्यताएँ इत्यादि ) के संदर्भ में प्राप्त जानकारियों की चर्चा करें।

निष्कर्ष (25-30 शब्द)

प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत के रूप में पुरातात्त्विक स्रोतों के सापेक्ष स्मृति ग्रंथों की महत्ता का उल्लेख करते हुए संतुलित निष्कर्ष लिखें।

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