"नैतिक अहंवाद आत्महित को ही सहीपन का एकमात्र मापदंड मानता है। यह ऐसा विचार है, जो इस परम्परागत मान्यता का विरोध करता है कि परहितवाद ही नैतिकता का सार है।" चर्चा कीजिये।
02-Jun-2020 | GS Paper - 4
"नैतिक अहंवाद आत्महित को ही सहीपन का एकमात्र मापदंड मानता है। यह ऐसा विचार है, जो इस परम्परागत मान्यता का विरोध करता है कि परहितवाद ही नैतिकता का सार है।" चर्चा कीजिये।
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