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Sanskriti Mains Mission: GS Paper - 1

उष्ण-कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति एवं विशेषताओं को स्पष्ट करते हुये हाल ही में इसकी बारंबारता में वृद्धि के कारणों की विवेचना कीजिये। (250 शब्द)

21-Jun-2021 | GS Paper - 1

Solutions:

उत्तर प्रारूप

भूमिका (40-50 शब्द)

• उष्ण-कटिबंधीय चक्रवात को संक्षेप में परिभाषित करें।

मुख्य भाग (140-150 शब्द)

• उष्ण-कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति हेतु आवश्यक अनुकूल दशाओं जैसे- गर्म एवं आर्द्र वायु का प्रवाह, बृहत् समुद्री सतह, सागरीय सतह का तापमान 27° सेल्सियस से अधिक होना, कोरिओलिस बल की उपस्थिति, लंबवत पवनों की गति में अंतर कम होना, कमज़ोर निम्न दाब क्षेत्र होना इत्यादि की चर्चा करें।
• उष्ण-कटिबंधीय चक्रवात की प्रमुख विशेषताओं जैसे- वायु रेखाओं का आकार, चक्रवात का व्यास, केन्द्रीय भाग में वायुदाब कम होना, भारी मात्रा में निहित ऊष्मा (Latent Heat), प्रचंड गति, अत्यंत विनाशकारी होना इत्यादि की चर्चा करें।
• हाल ही में इन चक्रवातों की बारंबारता में हुई वृद्धि के कारणों जैसे- वैश्विक तापन, समुद्री सतह का बढ़ना, स्थानीय रूप से भू-तापन में वृद्धि इत्यादि की चर्चा करें।
• हाल ही में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आये चक्रवातों ( जैसे- अम्फान, ताउते, यास, निसर्ग इत्यादि) का भी उल्लेख करें।

निष्कर्ष (40-50 शब्द)

इनके प्रभाव को नियंत्रित करने के लिये आवश्यक उपायों जैसे- चक्रवात पूर्वानुमान एवं चेतावनी, आपातकालीन संचार व्यवस्था इत्यादि का उल्लेख करते हुये संतुलित निष्कर्ष लिखें।

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