रूस का चीन के 'जूनियर पार्टनर' बनने का परिदृश्य भारत के लिए भविष्य में गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। उपरोक्त कथन के आलोक में रूस-चीन की बढ़ती निकटता भारत के लिए किस प्रकार की चिंताएँ उत्पन्न कर सकता है?
20-Jun-2024 | GS Paper - 2
रूस का चीन के 'जूनियर पार्टनर' बनने का परिदृश्य भारत के लिए भविष्य में गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। उपरोक्त कथन के आलोक में रूस-चीन की बढ़ती निकटता भारत के लिए किस प्रकार की चिंताएँ उत्पन्न कर सकता है?
20-Jun-2024 | GS Paper - 2
उत्तर प्रारूप-
भूमिका
शीत युद्ध के बाद चीन-रूस संबंधों में परिवर्तन के साथ संक्षिप्त भूमिका लिखें।
मुख्य भाग
■ चीन एवं रूस संबंधों के विभिन्न आयामों में चीन के आर्थिक हित, चीन के रूप में रूस का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार होने और चीन का रूस में सबसे बड़ा एशियाई निवेशक बनने के साथ-साथ अमेरिका को प्रतिसंतुलित करने में दोनों को एक-दूसरे की आवश्यकता की चर्चा करें।
■ इससे भारत के समक्ष उत्पन्न विभिन्न चिंताओं में भारत-चीन युद्ध की स्थिति में रूस का दृष्टिकोण, भारत की रक्षा संबंधी आवश्यकताएँ आदि का उल्लेख करें।
निष्कर्ष
भारत और रूस के मध्य ऐतिहासिक मित्रता के महत्त्व एवं चीन के साथ संबंधों को बेहतर करने के संदर्भ में संक्षिप्त निष्कर्ष लिखें।
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