केस स्टडी
भारत सरकार के विदेश मामलों के विभाग में सचिव पद पर आपकी नियुक्ति हुई है। नियुक्ति के कुछ दिनों पश्चात् ही यह खबर आती है कि एक पड़ोसी देश में आंतरिक हालात सामान्य नहीं हैं। आंतरिक स्थिति बिगड़ने से असहिष्णु और शांति-विरोधी दल ने उस देश की सत्ता पर अधिकार कर लिया है। सत्ताधारी दल से जुड़े लोग न केवल वहाँ पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थियों के साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं, बल्कि उस देश के धर्म, समुदाय और क्षेत्र विशेष से संबंधित नागरिकों को भी निशाना बना रहे हैं। ऐसे में, तत्कालीन परिस्थितियों को देखते हुए उस देश के पीड़ित नागरिक भारतीय नागरिकता प्राप्त करना चाहते हैं। भारतीय विद्यार्थी जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की माँग कर रहे हैं। वहीं, भारत में कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। आपकी कर्तव्यनिष्ठा और चुनौतियों से निपटने की क्षमता को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने आपसे उक्त मुद्दों को हल करने और पड़ोसी देश की सत्ता में आए नए दल को स्वीकृति प्रदान किये जाने के संबंध में आपसे सुझाव माँगे हैं। इसके अलावा, आपको एक संतुलित प्रेस विज्ञप्ति का प्रारूप तैयार करने के लिये भी कहा गया है।
उक्त परिस्थिति के आलोक में निम्नलिखित प्रश्नों के तर्कपूर्ण उत्तर दीजिये–
- आपके समक्ष कौन-कौन से नैतिक मुद्दे उपस्थित हैं और आप इन मुद्दों का समाधान कैसे करेंगे?
- आप प्रेस विज्ञप्ति का प्रारूप तैयार करते समय उसमें किन बिंदुओं को शामिल करेंगे? (250 शब्द)
11-Sep-2021 | GS Paper - 4