शॉर्ट न्यूज़ : 03 अप्रैल , 2024
जूडिथ सुमिनवा तुलुका - कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की पहली महिला प्रधान मंत्री
उत्तर प्रदेश बना सर्वाधिक GI टैग उत्पाद वाला राज्य
पारादीप बंदरगाह बना भारत का शीर्ष कार्गो-हैंडलिंग बंदरगाह
राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप
जूडिथ सुमिनवा तुलुका - कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की पहली महिला प्रधान मंत्री
- हाल ही में जूडिथ सुमिनवा तुलुका को कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की पहली महिला प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य
- कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य एक मध्य अफ़्रीकी देश है।
- यह अल्जीरिया के बाद अफ़्रीका का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
- इसकी सीमा मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, दक्षिणी सूडान, यूगांडा, रवांडा,बुरुंडी, अंगोला, ज़ाम्बिया और कांगो गणराज्य से लगती है
- इसे 30 जून 1960 को बेल्जियम से स्वतंत्रता मिली
- राजधानी - किंशासा, कांगो नदी के किनारे स्थित
- नील नदी के बाद कांगो नदी अफ़्रीका की दूसरी सबसे लंबी नदी है।
- कांगो नदी विश्व की एकमात्र नदी है जो भूमध्य रेखा को दो बार काटती है।
- मुद्रा - कांगो फ़्रैंक
उत्तर प्रदेश बना सर्वाधिक GI टैग उत्पाद वाला राज्य
- हाल ही में उत्तर प्रदेश के 15 उत्पादों को GI(भौगोलिक संकेतक) टैग प्रदान किया गया
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- बनारस तबला
- बनारस मूरल पेंटिंग
- बनारस शहनाई
- बनारस लाल भरवामिर्च
- बनारस ठंडाई (दूध आधारित पेय)
- चिरईगांव करोंदा (वाराणसी की एक फल किस्म)
- बनारस लाल पेड़ा
- जौनपुर इमरती
- मथुरा सांझी शिल्प (एक पारंपरिक कला रूप)
- बुन्देलखण्ड कठिया गेहूं
- पीलीभीत बांसुरी
- संभल बोन क्राफ्ट
- चित्रकूट लकड़ी के शिल्प एवं खिलौने
- मूंज शिल्प
- रामपुर पैचवर्क
- अब उत्तर प्रदेश में GI टैग वाले उत्पादों की संख्या 69 हो गई है
- इसके साथ उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक GI टैग उत्पाद वाला राज्य बन गया है
- 58 GI टैग उत्पादों के साथ तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है।
भौगोलिक संकेतक (GI) टैग
- GI टैग मुख्य रूप से ऐसी कृषि संबंधी, प्राकृतिक या विनिर्मित्त वस्तुओं को दिया जाता है, जिनमें अनूठे गुण, ख्याति या इसके भौगोलिक उद्भव के कारण जुड़ी अन्य लक्षणगत विशेषताएं होती है।
- यह एक प्रकार का बौद्धिक संपदा अधिकार होता है
- भारत में, GI टैग के पंजीकरण को ‘वस्तुओं के भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 द्वारा विनियमित किया जाता है।
- GI टैग भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री द्वारा दिया जाता है, इसका मुख्यालय चेन्नई में है।
- इसका पंजीकरण 10 वर्ष के लिए मान्य होता है तथा 10 वर्ष बाद पंजीकरण का फिर से नवीनीकरण कराया जा सकता है।
पारादीप बंदरगाह बना भारत का शीर्ष कार्गो-हैंडलिंग बंदरगाह
- वित्त वर्ष 2023-24 में कार्गो प्रबंधन में पारादीप बंदरगाह देश में पहले स्थान पर रहा
- वित्त वर्ष 2023-24 में, पारादीप पोर्ट ने 145.38 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो को संभाला
पारादीप बंदरगाह
- पारादीप बंदरगाह भारत के पूर्वी तट पर ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में एक प्राकृतिक, गहरे पानी वाला बंदरगाह है।
- यह महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1962 में ओडिशा सरकार द्वारा की गई थी।
- वर्ष 1965 में भारत सरकार ने बंदरगाह का स्वामित्व और प्रबंधन ओडिशा सरकार से ले लिया।
- 18 अप्रैल 1966 को भारत सरकार द्वारा पारादीप बंदरगाह को भारत का 8वां प्रमुख बंदरगाह घोषित गया।
- इस बंदरगाह का प्रबंधन पारादीप पोर्ट ट्रस्ट द्वारा किया जाता है
- पारादीप पोर्ट ट्रस्ट, बंदरगाह ट्रस्ट अधिनियम, 1963 के तहत एक स्वायत्त निगम है।
- यह बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के तहत कार्य करता है
राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप
- महाराष्ट्र ने 56वीं राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप में पुरुष और महिला दोनों वर्ग के खिताब जीते।
- पहली राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप का आयोजन वर्ष 1959 में विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में किया गया था
56वीं राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप 2023-24
- इसका आयोजन 28 मार्च से 1 अप्रैल 2024 तक दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम और इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में किया गया
- इसे भारतीय खो- खो महासंघ द्वारा आयोजित किया गया था।
- पुरुष वर्ग तथा महिला वर्ग में 37- 37 टीमों ने भाग लिया था
भारतीय खो- खो महासंघ
- स्थापना – वर्ष 1955
- मुख्यालय - नई दिल्ली
- यह खो- खो के लिए भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्राथमिक खेल निकाय है।
प्रश्न – निम्नलिखित में से कौन सी नदी भूमध्य रेखा को दो बार काटती है ?
(a) कांगो नदी
(b) नील नदी
(c) अमेजन नदी
(d) कोलोराडो नदी
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