शॉर्ट न्यूज़ : 05 अप्रैल , 2024
कैंसर के इलाज के लिए भारत की पहली घरेलू जीन थेरेपी
अग्नि प्राइम बैलिस्टिक मिसाइल
अब्देल फतह अल-सिसी तीसरी बार बने मिस्र के राष्ट्रपति
कठिया गेहूं
जर्मनी ने भांग /कैनबिस के उपयोग को वैध बनाया
कैंसर के इलाज के लिए भारत की पहली घरेलू जीन थेरेपी
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(IIT) बॉम्बे में देश की पहली घरेलू CAR-T सेल थेरेपी लॉन्च की।
- इसे NexCAR19 नाम दिया गया है
- यह दुनिया की सबसे सस्ती CAR-T सेल थेरेपी है
- इसे इम्यूनोएसीटी के सहयोग से IIT, बॉम्बे और टाटा मेमोरियल अस्पताल के समन्वय से विकसित किया गया है
CAR-T सेल थेरेपी
- इसे कोशिका आधारित जीन थेरेपी के एक प्रकार के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसमें कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने में मदद करने के लिए टी कोशिकाओं के अंदर जीन को बदलना शामिल है।
- CAR-T सेल थेरेपी में, ट्यूमर पर हमला करने के लिए प्रतिरक्षा कोशिकाओं के एक घटक टी-कोशिकाओं को सक्रिय करने के लिए उन्हें प्रयोगशाला में संशोधित किया जाता है।
- टी कोशिकाएं या टी लिम्फोसाइट्स एक प्रकार की ल्यूकोसाइट्स (श्वेत रक्त कोशिकाएं) हैं जो मानव प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अत्याधिक महत्वपूर्ण हैं।
- प्रयोगशाला में टी-कोशिकाओं को संशोधित किया जाता है, जिससे ये कोशिकाएं काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर्स (CAR) नामक विशिष्ट प्रोटीन को व्यक्त कर सकें।
- CAR प्रोटीन, टी-कोशिकाओं को ट्यूमर को प्रभावी ढंग से बाँधने और इसे नष्ट करने की अनुमति देता है।
- इन संशोधित कोशिकाओं को अधिक प्रभावी ढंग से गुणा करने के लिए कंडीशनिंग के बाद रोगी के रक्त प्रवाह में वापस डाला जाता है।
- ये कोशिकाएं कैंसर के खिलाफ रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली को सीधे सक्रिय करती हैं, जिससे उपचार अधिक नैदानिक रूप से प्रभावी हो जाता है, इसलिए इन्हें 'जीवित औषधियां' कहा जाता है।
- CAR टी-सेल थेरेपी को ल्यूकेमियास (श्वेत रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने वाली कोशिकाओं से उत्पन्न होने वाले कैंसर) और लिम्फोमास (लसीका प्रणाली से उत्पन्न होने वाले कैंसर) के लिए अनुमोदित किया गया है।
अग्नि प्राइम बैलिस्टिक मिसाइल
- हाल ही में नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफल परीक्षण किया गया।
- यह परीक्षण ओडिशा के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर किया गया।
अग्नि प्राइम
- इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाया गया है।
- यह सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है।
- इसकी रेंज 1000 से 2000 किमी के बीच है।
- यह 1500 से 3000 किलो तक युद्ध सामग्री ले जा सकती है।
- यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
- यह दोहरी नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली के साथ दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक मिसाइल है ।
- कनस्तरीकरण प्रक्षेपण के लिए आवश्यक समय को कम करता है और भंडारण और गतिशीलता में सुधार करता है।
- यह अग्नि श्रृंखला की छठी मिसाइल है।
- अग्नि मिसाइलों का विकास एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के तहत किया गया है।
- भारत सरकार ने इस कार्यक्रम को वर्ष 1983 में अनुमोदित किया था।
- इस कार्यक्रम के तहत पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, नाग और आकाश जैसी मिसाइलें विकसित की गई हैं।
अब्देल फतह अल-सिसी तीसरी बार बने मिस्र के राष्ट्रपति
- हाल ही में अब्देल-फतह अल-सिसी को तीसरी बार मिस्र का राष्ट्रपति चुना गया
- इससे पहले इन्हें वर्ष 2014 और वर्ष 2018 में भी राष्ट्रपति चुना गया था
- ये 2030 तक मिस्र के राष्ट्रपति बने रहेंगे।
- मिस्र में राष्ट्रपति का कार्यकाल 6 साल का होता है।
मिस्र
- मिस्र, उत्तरपूर्वी अफ्रीका में स्थित है, इसका सिनाई प्रायद्वीप पश्चिमी एशिया तक फैला हुआ है
- इसकी सीमा इज़राइल, सूडान और लीबिया से लगती है
- राजधानी - काहिरा
- मुद्रा- मिस्र पाउंड
कठिया गेहूं
- हाल ही में कठिया गेहूं को GI टैग प्रदान किया गया
- यह सूखे क्षेत्रों में उगायी जाने वाली गेहूं की किस्म है।
- कठिया गेहूं की खेती मुख्यतः कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में की जाती है।
- बुंदेलखंड में इसका उत्पादन बांदा, हमीरपुर, महोबा और झांसी में किया जाता है।
- इस गेहूं में सामान्य गेहूं की तुलना में ज्यादा पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
- इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन A, फाइबर, ऑक्सीडेंट की ज्यादा मात्रा पाई जाती है।
- इसमें बीटा कैरोटीन पाया जाता है, जिससे विटामिन ‘ए’ बनता है। साधारणतः सामान्य गेहूं में बीटा कैरोटीन की मात्रा नहीं पायी जाती है।
- कठिया गेहूं का उपयोग दलिया, सूजी, पिज्जा, स्पेघेटी, सेवइयां, नूडल्स और शीघ्र पचने वाले पौष्टिक आहार बनाने में किया जाता है।
जर्मनी ने भांग /कैनबिस के उपयोग को वैध बनाया
- हाल ही में जर्मनी ने भांग /कैनबिस के उपयोग को वैध बनाने वाला कानून पारित कर दिया
कैनबिस/भांग
- यह उष्णकटिबंधीय एवं समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाया जाने वाले पौधे की एक प्रजाति है।
- यह प्रजाति नर और मादा के रूप में विभाजित होती है।
- इसमें नर प्रजाति से भांग बनती है और मादा प्रजाति से गांजा बनता है।
- भांग में कार्बोहाइड्रेट,प्रोटीन, मैंगनीज, विटामिन ई, मैग्नीशिम एवं फास्फोरस समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।
- इसका उपयोग औषधीय एवं मनोरंजक उपयोग के लिए किया जाता है
- इसे सही मात्रा में लेने से कोलेस्ट्राल नियंत्रित रहता है।
- इसके रेशे का उपयोग भांग की रस्सी के लिए और इसके तेल का उपयोग पेंट के वाहन के रूप में किया जाता है।
जर्मनी
- जर्मन यूरोप में स्थित एक देश है।
- इसकी सीमा डेनमार्क, पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, लक्सम्बर्ग, बेल्जियम और नीदरलैंड से लगती हैं।
- राजधानी – बर्लिन
- मुद्रा – यूरो
प्रश्न – निम्नलिखित में से किस देश की सीमा मिस्र से नहीं लगती है ?
(a) इज़राइल
(b) सूडान
(c) जॉर्डन
(d) लीबिया
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