शॉर्ट न्यूज़: 11 दिसंबर, 2020
‘को विन’ एप
प्रोजेक्ट : बेरेशीट 2.0
स्वाहिद दिवस (शहीद दिवस)
हनुकाह पर्व
‘को विन’ एप
चर्चा में क्यों?
- कोरोना वायरस के खतरे के बीच फाईज़र समेत तीन कम्पनियों ने भारत में कोरोना वैक्सीन के अपातकालीन प्रयोग के लिये आवेदन किया है।
- टीकाकरण अभियान के अंतर्गत COVID-19 वैक्सीन डिलीवरी के लिये एक नए डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘को-विन’ (CO-WIN) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- इस प्लेटफार्म में वैक्सीन के वितरण सम्बंधी आँकड़ों को रिकॉर्ड करने के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों का डेटाबेस भी तैयार किया जाएगा।
- को-विन ऐप शीघ्र ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगा। यह एप इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (eVIN) का अपग्रेडेड वर्ज़न है।
Co-WIN ऐप में 5 मॉड्यूल
- मंत्रालय के अनुसार Co-WIN ऐप में 5 मॉड्यूल हैं- पहला प्रशासनिक मॉड्यूल, दूसरा पंजीकरण मॉड्यूल, तीसरा वैक्सीनेशन मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवाँ रिपोर्ट मॉड्यूल।
- ऐसा माना जा रहा है कि एक व्यक्ति के टीकाकरण में लगभग 30 मिनट का समय लगेगा और हर सेशन में 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
टीका लगवाने वालों का होगा पंजीकरण
- प्रशासनिक मॉड्यूल उन लोगों के लिये है जो टीकाकरण कार्यक्रम का कार्यान्वयन करेंगे।
- इस मॉड्यूल के ज़रिये वे सेशन तय कर सकते हैं, जिसके माध्यम से टीका लगवाने वाले लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन के द्वारा जानकारी मिल जाएगी।
- पंजीकरण मॉड्यूल उन लोगों के लिये होगा जो टीकाकरण कार्यक्रम के लिये अपना पंजीकरण करवाएंगे। इस मॉड्यूल के द्वारा बड़ी संख्या में जानकारी अपलोड की जा सकती है।
- टीकाकरण के लिये प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूह
- सरकारी और निजी स्वास्थ्य कार्यकर्ता।
- राज्य और केंद्रीय पुलिस विभाग, सशस्त्र बल, गृह रक्षक, नागरिक सुरक्षा संगठन, आपदा प्रबंधन स्वयंसेवक और नगर निगम के श्रमिक व कर्मी।
- प्राथमिक आयु समूह, जिसमें 50 वर्ष से अधिक आयु वाले और सह-रुग्णता वाले लोग शामिल हैं।
टीकाकरण के बाद मिलेगा ई-प्रमाणपत्र
- वैक्सीनेशन मॉड्यूल उन लोगों की जानकारियों के सत्यता की जाँच करेगा, जो टीका लगवाने के लिये अपना पंजीकरण करेंगे और इस बारे में स्टेटस अपडेट करेगा।
- लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल के द्वारा टीकाकऱण के लाभान्वित लोगों को संदेश भेजे जाएंगे।
- इससे क्यू.आर. कोड भी जनरेट होगा और लोगों को वैक्सीन लगवाने का ई-प्रमाणपत्र मिल जाएगा।
टीकाकरण कार्यक्रम की रिपोर्ट होगी तैयार
- रिपोर्ट मॉड्यूल के ज़रिये टीकाकरण कार्यक्रम से जुड़ी रिपोर्ट तैयार होंगी, जैसे- टीकाकरण के सेशन, टीका लगे लोगों की संख्या और पंजीकरण के बावजूद टीका न लगवाने वाले लोगों की संख्या।
- इस ऐप के ज़रिये उन शीत गृहों के तापमान का वास्तविक डाटा भी उपलब्ध होगा, जहाँ वैक्सीन भंडारित किये जाएंगे।
प्रोजेक्ट : बेरेशीट 2.0
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, इज़राइल ने वर्ष 2024 में चंद्रमा पर एक मानव रहित यान को उतारने के उद्देश्य से बेरेशीट 2.0 प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इससे पूर्व इज़राइल का बेरेशीट जाँच यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
प्रमुख बिंदु
पृष्ठभूमि
- बेरेशीट, इज़राइल के गैर लाभकारी संघटन स्पेसेल (SpaceIL) द्वारा चंद्रमा पर प्रोब केलिये भेजा गया एक निजी मिशन था। हिब्रू भाषा में बेरेशीट का अर्थ उत्पत्ति होता है।
- इसे फरवरी 2019 में केप कैनावेरल (यू.एस.ए.) से फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और अप्रैल 2019 में यह चंद्रमा की कक्षा में पहुँचा था।
- इस यान के इंजन में गड़बड़ी आ जाने की वजह से यह चंद्रमा की सतह पर अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
बेरेशीट 2.0
- उद्देश्य : विद्यालय के छात्रों की तरफ से विभिन्न प्रयोगों का संचालन करना और आँकड़ें एकत्र करना।
- संरचना : इसमें दो लैंडिंग क्राफ्ट और एक ऑर्बिटर शामिल हैं, जो वर्षों तक चंद्रमा की परिक्रमा करेंगे।
- लागत : लगभग 100 मिलियन डॉलर।
- महत्त्व : अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन के बाद इज़राइल चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा राष्ट्र बन सकता है।
स्वाहिद दिवस (शहीद दिवस)
- असम में प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को स्वाहिद दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस असम आंदोलन में प्राण गवांने वाले 855 शहीदों की स्मृति में मनाया जाता है।
- खर्गेश्वर तालुकदार इस आंदोलन के पहले शहीद थे और उनकी शहादत 10 दिसम्बर को ही हुई थी।
- असम में यह आंदोलन अवैध घुसपैठियों के खिलाफ वर्ष 1979 में शुरू हुआ था, जो असम समझौते के साथ वर्ष 1985 में खत्म हुआ।
- राज्य सरकार ने गुवाहाटी में असम आंदोलन शहीदों की याद में 'स्वाहिद स्मारक और स्वाहिद उद्यान’ के निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया। साथ ही, ‘असम आंदोलन तथ्यकोष’ पुस्तक के पहले खंड को भी जारी किया गया।
हनुकाह पर्व
- हनुकाह (Hannukkah) इज़रायल के साथ-साथ पूरे विश्व में यहूदी समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है। हिब्रू भाषा में हनुकाह का अर्थ ‘समर्पण’ होता है।
- इज़रायल के इतिहास के अनुसार, यह पर्व जेरुसलम में स्थित मंदिर के पुनर्लोकार्पण व शुद्धिकरण एवं ग्रीक-सीरियाई आक्रमणकारियों के विरुद्ध यहूदी समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- आठ दिनों तक मनाए जाने वाले इस पर्व को रोशनी का त्योहार (Festival of Lights) और समर्पण का त्योहार भी कहा जाता है। यह पर्व हिब्रू कैलेंडर में किसलेव (Kislev) के 25वें दिन से शुरू होता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नवम्बर या दिसम्बर माह में पड़ता है। इस त्योहर में लगातार 8 दिनों तक प्रकाश के लिये मोमबत्ती आदि जलाई जाती हैं।
- हनुकाह पर्व में तेल से बनी चीजों का प्रयोग अधिक किया जाता है और उत्सव के दौरान ड्रेडल नामक खेल भी खेला जाता है।