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शॉर्ट न्यूज़: 12 दिसंबर, 2020

शॉर्ट न्यूज़: 12 दिसंबर, 2020


संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार : 2020

सिंधु घाटी सभ्यता सम्बंधी नए अध्ययन

रामानुजन पुरस्कार-2020

वैश्विक हथियारों पर स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट


संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार : 2020

चर्चा में क्यों

  • हाल ही में, हेल्पएज इंडिया को संस्थागत श्रेणी में वर्ष 2020 के लिये संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार दिया गया है।
  • व्यक्तिगत श्रेणी में यह पुरस्कार यौन स्वास्थ्य पर काम करने और लैंगिक हिंसा को समाप्त करने के लिये भूटान की रानी माँ ग्यालियम संग चोडेन वांगचुक (Queen Mother Gyalyum Sangay Choden Wangchuck) को प्रदान किया गया है।

प्रमुख बिंदु

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार:

  • प्रत्येक वर्ष, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार के लिये समिति, जनसंख्या एवं प्रजनन स्वास्थ्य के मुद्दों और उन से जुड़े समाधानों की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने  के लिये किसी व्यक्ति या संस्था को सम्मानित करती है ।
  • इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1981 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी और पहली बार यह वर्ष 1983 में प्रदान किया गया था। इस पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा और मौद्रिक पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) इसके सचिवालय के रूप में कार्य करता है।

हेल्पएज इंडिया (HelpAge India) 

  • हेल्पएज इंडिया भारत में लगभग 4 दशकों से वंचित वृद्धजनों के साथ कार्य करने वाला एक शीर्ष संगठन (धर्मार्थ संस्थान) है।
  • इस संगठन की स्थापना वर्ष 1978 में की गई थी और यह वर्ष 1860 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत है।
  • इस पुरस्कार के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी भारतीय संस्था को सम्मानित किया गया है।
  • ध्यातव्य है कि अभी तक  केवल दो भारतीयों को ही इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।  वर्ष 1983 में  पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और वर्ष 1992 में उद्योगपति  जे.आर.डी.टाटा को यह पुरस्कार दिया गया था।


रामानुजन पुरस्कार-2020

प्रमुख बिंदु

  • युवा गणितज्ञों के लिये रामानुजन पुरस्कार, 2020 ब्राज़ील की डॉ. कैरोलिना अराउजो को बीजगणितीय ज्यामिति में उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रदान किया गया। डॉ. कैरोलिना यह पुरस्कार पाने वाली पहली गैर-भारतीय महिला हैं।
  • भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित यह पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय सैद्धांतिक भौतिकी केंद्र (ICTP) और अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ (IMU) के सहयोग से प्रतिवर्ष किसी विकासशील देश के एक शोधकर्ता को प्रदान किया जाता है।
  • श्रीनिवास रामानुजन की स्मृति में यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 45 वर्ष से कम आयु के युवा गणितज्ञों को दिया जाता है।
  • रामानुजन का दीर्घवृत्तीय कार्यों, अविच्छिन्न भिन्नों, अपरिमित शृंखलाओं और संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में महत्त्वपूर्ण योगदान है।

वैश्विक हथियारों पर स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट

चर्चा में क्यों

हाल ही में, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा वैश्विक हथियारों पर रिपोर्ट जारी की गई है।

रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु

  • इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2019 में विश्व के शीर्ष 25 निर्माताओं में अमेरिका के हथियारों की बिक्री सर्वाधिक 61% थी तो वहीं चीन की बिक्री 15.7% रही। शीर्ष 25 कम्पनियों की कुल बिक्री वर्ष 2018 की तुलना में 8.5% बढ़कर $ 361 बिलियन हो गई, जो संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के वार्षिक बजट का 50 गुना है।
  • वर्ष 2019 में वैश्विक हथियारों के बाज़ार में अमेरिकी और चीनी कम्पनियों का वर्चस्व बना हुआ है। वहीं पश्चिम एशिया ने पहली बार 25 सबसे बड़े हथियार निर्माताओं के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज की है। शीर्ष 10 हथियार निर्माता कम्पनियों में 6 अमेरिकी, 3 चीनी तथा 1 ब्रिटेन की कम्पनी शामिल है।
  • यूरोपीय कम्पनियों के अलग-अलग होने के कारण हथियार बाज़ार में उनकी उपस्थिति पिछड़ी हुई है, यदि यूरोपीय कम्पनियों को एक साथ जोड़ दिया जाए तो यूरोपीय कम्पनियों का आकार यू.एस. और चीनी निर्माताओं के समान हो सकता है। यूरोपीय कम्पनियों में एयरबस (रैंक 13) और थेल्स (रैंक 14) सबसे मजबूत अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का दावा कर सकते हैं, जो यू.एस. की बोइंग कम्पनी से आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दूसरों की तुलना में यूरोपीय कम्पनियाँ अधिक अंतर्राष्ट्रीयकृत हैं। पहली बार पश्चिम एशिया की एक कम्पंनी को शीर्ष 25 कम्पनियों में शामिल किया गया।
  • रिपोर्ट में 22 वें स्थान पर रही ई.डी.जी.ई. (EDGE) कम्पनी इस बात का अच्छा उदाहरण है कि विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर कम निर्भरता के साथ सैन्य उत्पादों के लिये उच्च राष्ट्रीय माँग का संयोजन मध्य पूर्व में हथियार कम्पनियों की वृद्धि को कैसे बढ़ा रहा है।
  • फ्रांसीसी समूह डसॉल्ट ने वर्ष 2019 में अपने राफेल लड़ाकू जेट के निर्यात के कारण 38वें से 17वें स्थान पर छलांग लगाई है।

भारत की स्थिति

  • भारत सऊदी अरब के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक बना हुआ है। हालाँकि भारत घरेलू रक्षा उत्पादन क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है।
  • भारत में पिछले छह वर्षों में मेक इन इंडिया परियोजना के तहत लड़ाकू विमान, डीज़ल-इलेक्ट्रिक सबमरीन, लाइट-यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, या इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स बनाने की प्रक्रिया चल रही है।

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