शॉर्ट न्यूज़: 23 जुलाई, 2022 (पार्ट - 2)
स्पेस डॉकिंग
डिजिटल बैंक
शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य पर डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट
सिंथेटिक बायोलॉजी
स्पेस डॉकिंग
चर्चा में क्यों ?
- मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के बाद भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की दिशा में प्रयास शुरू हो गए हैं। इसरो इस संदर्भ में एक अहम प्रयोग, स्पेस डॉकिंग की तैयारी कर रहा है।
स्पेस डॉकिंग के बारे में :
- स्पेस डॉकिंग के तहत दो अंतरिक्षयान भेजकर उसे अंतरिक्ष में जोडऩे का परीक्षण होगा।
- इस परीक्षण से हासिल तकनीक अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने और प्रस्तावित भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के दृष्टिकोण से काफी अहम होगा।
- हालांकि, इस तकनीक का अंतिम उद्देश्य एक अंतरिक्षयान से दूसरे अंतरिक्षयान में अंतरिक्षयात्रियों को स्थानांतरित करना है।
- एक दूसरा पहलू यह है कि ऑपरेशनल उपग्रहों का जीवनकाल लंबा करने के लिए धरती से एक अन्य अंतरिक्षयान भेजकर उसमें पुन: ईंधन भरने और आवश्यक तकनीक ट्रांसफर करने की तकनीक भी मिल जाएगी।
- इस परीक्षण के दौरान इसरो एक ऐसा उपग्रह लांच करेगा जिसके दो घटक होंगे।
- लांचिंग के बाद अंतरिक्ष में पहुंचकर ये दोनों घटक अलग हो जाएंगे और फिर एक-दूसरे से जुड़कर एक हो जाएंगे।
- दोनों घटक जुडऩे के बाद एक पूर्ण ऑपरेशनल उपग्रह की तरह काम करेंगे।
- परीक्षण में अपनी-अपनी कक्षाओं में चक्कर काटते दो अंतरिक्षयान एक-दूसरे के करीब आएंगे और फिर एक-दूसरे से जुड़कर एक ही कक्षा में ऑपरेशनल हो जाएंगे।
- परीक्षण के लिए केंद्र सरकार ने अभी 10 करोड़ रुपये की राशि दी है लेकिन, इस परियोजना पर अभी काफी फंड की जरूरत होगी।
चुनौती :
- इस परीक्षण में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि दो अंतरिक्षयानों के जुडऩे की प्रक्रिया स्वचालित और अधिकांश प्रक्रियाएं रोबोटिक होंगी।
- साथ ही दोनों अंतरिक्षयानों का सापेक्षिक कोणीय झुकाव बेहद सटीकता के साथ संरेखित होना चाहिए ताकि सहजता से जुड़ जाएं।
प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- स्पेस डॉकिंग तकनीक भविष्य में स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- दो अंतरिक्षयान को जोड़ने के लिए टारगेटेड और चेजर अंतरिक्षयान दोनों की सापेक्ष स्थिति शून्य होनी चाहिए और यह वेग पर निर्भर नहीं करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (a)
डिजिटल बैंक
चर्चा में क्यों ?
- नीति आयोग ने डिजिटल बैंक: ए प्रपोजल फॉर लाइसेंसिंग एंड रेगुलेटरी रिजीम फॉर इंडिया शीर्षक से जारी एक रिपोर्ट में देश में डिजिटल बैंक लाइसेंसिंग और नियामक व्यवस्था के लिए एक रोडमैप पेश किया है।
रिपोर्ट से संबंधित मुख्य बिंदु :
- पिछले वर्ष नीति आयोग ने “डिजिटल बैंकः भारत में लाइसेंसिंग और नियामकीय व्यवस्था के लिए एक प्रस्ताव” शीर्षक वाला एक चर्चा पत्र जारी करके उस पर टिप्पणियां मांगी थीं।
- यूपीआई (UPI) की सफलता को रेखांकित करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में आधार ऑथेंटिफिकेशन 55 लाख करोड़ से अधिक हो गया है।
- यूपीआई लेन-देन 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
- इससे पता चलता है कि भारत ओपन बैंकिंग व्यवस्था को संचालित करने में सक्षम है।
- डिजिटल बैंक के लिए लाइसेंस:
- रिपोर्ट में रिस्ट्रिक्टेड डिजिटल बिजनेस बैंक लाइसेंस और एक रिस्ट्रिक्टेड डिजिटल उपभोक्ता बैंक लाइसेंस की शुरुआत का सुझाव दिया गया है।
- इस लाइसेंस को प्राप्त करने वाला आवेदक, नियामक सैंडबॉक्स में सूचीबद्ध होता है और सैंडबॉक्स में डिजिटल बिजनेस बैंक/डिजिटल उपभोक्ता बैंक के रूप में परिचालन शुरू करता है।
- सैंडबॉक्स में लाइसेंसधारी के संतोषजनक प्रदर्शन के आधार पर प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है।
- पूंजी की आवश्यकता:
- डिजिटल बिजनेस बैंक को प्रतिबंधित चरण में 20 करोड़ रुपये की न्यूनतम चुकता पूंजी लाने की आवश्यकता होगी। सैंडबॉक्स से बाहर आकर कंप्लीट डिजिटल बिजनेस बैंक बनने के लिए 200 करोड़ रुपये लाने की आवश्यकता होगी।
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन-सा/सें रिपोर्ट्स/सूचकाँक नीति आयोग द्वारा जारी किया जाता है:
- इंडिया इनोवेशन इंडेक्स 2021
- स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत: स्वास्थ्य सूचकांक
- राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक
- भारत ऊर्जा डैशबोर्ड
- निर्यात तैयारी सूचकांक
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 1, 4 और 5
(d) 1, 2, 3, 4 और 5
उत्तर : (d)
शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य पर डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट
चर्चा में क्यों ?
- शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य को लेकर डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी पहली रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में प्रत्येक आठ में से एक व्यक्ति प्रवासी है और यह दुनिया की करीब एक अरब आबादी है।
रिपोर्ट से संबंधित मुख्य बिंदु :
- यह पहली रिपोर्ट है जो वैश्विक स्तर पर शरणार्थियों और प्रवासियों के स्वास्थ्य की समीक्षा करती है।
- भारत टॉप 3 में शामिल :
- रिपोर्ट के मुताबिक भारत, बांग्लदेश और थाईलैंड दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के तीन शीर्ष देश हैं, जिन्होंने 2020 के दौरान सबसे अधिक प्रवासियों और शरणार्थियों को शरण दी।
- भारत में 48,78,704 अंतरराष्ट्रीय प्रवासी हैं, जो कुल आबादी का 0.4 प्रतिशत है।
- उत्तरी अमेरिका की ओर हो रहा पलायन :
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अब भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों से उत्तरी अमेरिका की ओर पलायन हो रहा है। इनमें से अधिकतर अमेरिका के अन्य हिस्सों और एशिया (विशेषतौर पर चीन, भारत और फिलीपीन) से जाने वाले लोग हैं।
- रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में सबसे अधिक प्रवासन अमेरिका में हुआ और कुल प्रवासियों में से 18 प्रतिशत (कुल 5.1 करोड़) वहां गये।
- मनीऑर्डर लेने वालों में भारत पहले नंबर पर :
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- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट अनुसार डॉलर के रूप में विदेशों से मनीऑर्डर प्राप्त करने में शीर्ष पांच देश भारत, चीन, मेक्सिको, फिलिपीन और मिस्र हैं।
- भारत 2021 में 87 अरब डॉलर प्राप्त करने के साथ निम्न और मध्यम आय वाले देशों की श्रेणी में शीर्ष पर है।
- स्रोत: अमेरिका से सबसे ज्यादा पैसा भारत आया। उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और स्विट्जरलैंड का स्थान रहा।
note: मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने संसद में बताया कि हर वर्ष औसतन डेढ़ लाख लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं।
भारत की नागरिकता छोड़ने वाले लोगों में सबसे ज्यादा अमेरिका में जाकर बस रहे हैं।
प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- भारतीय संविधान भारतीयों को दोहरी नागरिकता रखने की अनुमति नहीं देता है।
- भारतीय नागरिकता निस्तारित करने के बाद व्यक्ति ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड के लिए पात्र नहीं होते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर : (b)
सिंथेटिक बायोलॉजी
चर्चा में क्यों ?
- जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सिंथेटिक बायोलॉजी पर दूरदर्शिता पत्र के रूप में एक प्रारूप तैयार किया है।
- इस पत्र में एक राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता पर बल दिया गया है,जो इस मुद्दे पर भारत के पक्ष को मजबूत करेगी।
सिंथेटिक बायोलॉजी के बारे में :
- सिंथेटिक बायोलॉजी से आशय उन जैविक घटकों और प्रणालियों के डिजाइन, री-डिजाइन एवं निर्माण से है, जो प्रकृति में पहले से अस्तित्व में नहीं हैं।
- अनुप्रयोग : सिंथेटिक बायोलॉजी के संभावित अनुप्रयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में हैं:
- जैव उपचार (बायोरेमेडिएशन), बायोसेंसर एवं स्वास्थ्य (बायोसेंसर-आधारित उपचार, विशेष रोगजनकों को लक्षित करने के लिए संशोधित बैक्टीरिया आदि), फूड फोर्टिफिकेशन इत्यादि।
- सिंथेटिक बायोलॉजी के उपयोग से जुड़ी चिंताएं:
- बायोसेफ्टीः मनुष्यों में एलर्जी, एंटीबायोटिक प्रतिरोध, कैंसर कारक और विषाक्तता जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
- बायोसिक्योरिटीः इसका संबंध जैविक हथियार विकसित करने के लिए संभावित रूप से खतरनाक जैविक अभिकारकों या जैव प्रौद्योगिकी के अनुचित या दुर्भावनापूर्ण उपयोग से है। मानव यूजेनिक्स (eugenics) से संबंधित नैतिक चिंताएं आदि।
- यूजेनिक्स का अर्थ भविष्य की पीढ़ियों को बेहतर बनाने के लिए वांछित आनुवंशिक विशेषताओं का चयन करना है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
- सिंथेटिक बायोलॉजी वैज्ञानिकों को स्क्रैच से डीएनए के नए अनुक्रमों को डिज़ाइन और संश्लेषित करने में सक्षम बनाती है।
- सिंथेटिक बायोलॉजी के अनुप्रयोगों में टीकाकरण के लिए सिंथेटिक जीवों को विकसित करना भी शामिल है
- 11वीं पंचवर्षीय योजना के तहत वर्ष 2011 में सिस्टम्स बायोलॉजी और सिंथेटिक बायोलॉजी से जुड़े शोध पर एक कार्यबल का गठन किया गया था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर : (a)