शॉर्ट न्यूज़: 23 सितम्बर, 2022
अग्नि तत्व अभियान
आइएनएस अजय
चेतना अन्वेषण सम्मेलन
अग्नि तत्व अभियान
चर्चा में क्यों
हाल ही में, नई दिल्ली स्थित नेहरु मेमोरियल संग्राहलय एवं पुस्तकालय में अग्नि तत्व- जीवन के लिये ऊर्जा’ (Agni Tattva- Energy for LiFE) पहल का शुभारंभ किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस पहल को सुमंगलम के छत्रक अभियान के तहत शुरू किया गया है। अग्नि तत्व ऊर्जा का पर्याय है और पंचमहाभूत के पांच तत्वों में से एक है।
- पावर फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने विज्ञान भारती (विभा) के सहयोग से अग्नि तत्व की मूल अवधारणा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये सेमिनार, कार्यक्रम और प्रदर्शनियों का आयोजन किया ।
- इस कार्यक्रम ने सभी के लिये एक टिकाऊ भविष्य को लेकर समाधान तलाशने के लिये एक मंच प्रदान किया है। इस पहल में स्वास्थ्य, परिवहन, उपभोग व उत्पादन, सुरक्षा, पर्यावरण और आध्यात्मिकता पर केंद्रित कई महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया।
लाइफ अभियान
- उल्लेखनीय है कि पर्यावरण के लिये लाइफस्टाइल (LiFE) का विचार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विगत वर्ष ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
- विदित है कि भारत वर्ष 2030 तक अर्थव्यवस्था की उत्सर्जन तीव्रता को 33-35% तक कम करने के लिये प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य में परिवर्तन करके इसे 45% तक कर दिया गया है।
पावर फाउंडेशन ऑफ इंडिया
- पावर फाउंडेशन ऑफ इंडिया भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन गठित एक सोसायटी है और प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रमों द्वारा समर्थित है।
- यह फाउंडेशन रक्षा एवं अनुसंधान क्षेत्रों में शामिल है, जो विकसित ऊर्जा परिदृश्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।
आइएनएस अजय
चर्चा में क्यों
हाल ही में, पनडुब्बी रोधी पोत ‘आईएनएस अजय’ (INS Ajay) को 32 वर्षों की सेवा के बाद भारतीय जल सेना से डीकमीशन कर दिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- आईएनएस अजय को 24 जनवरी, 1990 को पोटी, जॉर्जिया (तत्कालीन सोवियत संघ) में कमीशन किया गया था।
- यह युद्धपोत कारगिल युद्ध के दौरान ऑपरेशन तलवार और वर्ष 2001 में ऑपरेशन पराक्रम आदि नौसैनिक अभियानों में शामिल हुआ था।
- आइएनएस अजय का डीकमीशन समारोह नेवल डॉकयार्ड, मुंबई में किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज, नौसैनिक पताका और पोत के डीकमीशनिंग पताका को आखिरी बार सूर्यास्त के समय उतारा गया, जो पोत की कमीशन सेवा के अंत का प्रतीक था।
चेतना अन्वेषण सम्मेलन
चर्चा में क्यों
हाल ही में, बेंगलुरु में 'चेतना अन्वेषण- गैर स्थानीयता से अद्वैत तक : मानव-मशीन बहस' (Exploring Consciousness- From Non- Locality to Non- Duality : The Man- Machine Debate) विषय पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस सम्मेलन का आयोजन आयुष मंत्रालय के सहयोग से इंडिया फाउंडेशन और निमहंस (NIMHANS) ने किया है।
- यह सम्मेलन प्रमुख भारतीय आध्यात्मिक एवं मनोवैज्ञानिक विषयों और सिद्धांतों के विद्वानों व शिक्षकों के साथ-साथ भौतिकी, जीव विज्ञान, तंत्रिका विज्ञान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबरनेटिक्स, क्वांटम कम्प्यूटिंग तथा संबद्ध क्षेत्रों के प्रख्यात शोधकर्ताओं व अन्वेषकों को एक मंच प्रदान करेगा।
- इस दौरान आयुष मंत्रालय के एक प्रमुख कार्यक्रम ‘आयुरस्वास्थ्य योजना’ के भाग के रूप में बेंगलुरु स्थित निमहंस के एकीकृत चिकित्सा विभाग में उत्कृष्टता केंद्र परियोजना का भी उद्घाटन किया गया।
आयुरस्वास्थ्य योजना उत्कृष्टता केंद्र
- यह उत्कृष्टता केंद्र शिक्षा प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं नवाचार तथा अन्य क्षेत्र में आयुष पेशेवरों की दक्षताओं को मजबूत करेगा।
- निमहंस में उत्कृष्टता केंद्र परियोजना का मुख्य उद्देश्य चार न्यूरो-मनोरोग विकारों में नैदानिक परीक्षण के लिये एकीकृत योग एवं आयुर्वेद उपचार दृष्टिकोण की प्रभावकारिता, सुरक्षा और प्रस्तावित तंत्र स्थापित करना है।
- आयुरस्वास्थ्य योजना के प्रमुख घटक हैं-
- सार्वजानिक स्वास्थ्य के लिये आयुष
- खेल चिकित्सा के लिये आयुष
- उत्कृष्टता केंद्र पर सुविधाओं का उन्नयन