शॉर्ट न्यूज़: 25 जून, 2022
टोमैटो फ्लू
अमाइलॉइडोसिस बीमारी
खादी उत्कृष्टता केंद्र
टोमैटो फ्लू
चर्चा में क्यों
हाल ही में, केरल के कुछ हिस्सों में ‘टोमैटो फ्लू’ संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं।
टोमैटो फ्लू
- टोमैटो फ्लू (Tomato Flu) एक तरह का बुखार है अत: इसे टोमैटो फीवर (Tomato Fever) भी कहा जाता है। यह फ्लू अधिकांशत: छोटे बच्चों (5 वर्ष से कम आयु के) को अधिक प्रभावित करता है।
- इससे संक्रमित होने वाले बच्चों के शरीर पर लाल रंग के चकत्ते एवं छाले हो जाते हैं, इसलिये इसे टोमैटो फ्लू कहा जाता है।
लक्षण
- त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते एवं छाले होने के अतिरिक्त त्वचा में जलन और निर्जलीकरण इसके मुख्य लक्षणों में शामिल हैं।
- कई रिपोर्टों के अनुसार, इससे संक्रमित बच्चों को तेज बुखार, शरीर दर्द, जोड़ों में दर्द, थकान, पेट में ऐंठन, मतली (Nausea) व उल्टी (Vomiting), दस्त, खांसी, छींकना और नाक बहने जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
- कुछ मामलों में यह पैरों एवं हाथों के रंग में परिवर्तन का भी कारण बन सकता है। इससे त्वचा का संक्रमण एवं अपच की समस्या भी हो सकती है।
समाधान
- इस बीमारी के वास्तविक कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। यह एक प्रकार से स्व-नियंत्रित (Self-Limiting) होने वाला फ्लू है और इसके लिये अब तक कोई विशिष्ट दवा उपलब्ध नहीं है।
- इसका तात्पर्य यह है कि उचित सहायक देखभाल से समय के साथ इसके लक्षण एवं संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।
- ये फ्लू छाले के पानी, बलगम, मल और तरल पदार्थ के सीधे संपर्क में आने से फैलता है, अत: संक्रमण को रोकने के लिये संक्रमित व्यक्ति को अलग रखने की आवश्यकता है।
सावधानी
- फ्लू के कारण होने वाले फफोले व छालें को खरोंचने से रोकना।
- उचित आराम एवं स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देना।
- संक्रमित व्यक्तियों द्वारा उपयोग किये जाने वाले बर्तन, कपड़े एवं अन्य वस्तुओं को सैनिटाइज करना।
- निर्जलीकरण को रोकने के लिये निरंतर तरल पदार्थों का सेवन करते रहना।
अमाइलॉइडोसिस बीमारी
चर्चा में क्यों
हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को अमाइलॉइडोसिस नामक दुर्लभ रोग के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है।
क्या है अमाइलॉइडोसिस
- यह दुर्लभ रोग एक असामान्य प्रोटीन अमाइलॉइड के कारण होता है जो अंगों के आकार और कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है।
- अमाइलॉइड हृदय, मस्तिष्क, गुर्दे, प्लीहा या शरीर के अन्य अंगों में एकत्रित हो सकता है जिससे उस अंग की विफलता से जीवन पर खतरा उत्पन्न हो जाता है।
- अमाइलॉइड सामान्य रूप से शरीर में नहीं पाया जाता है लेकिन इसे कई अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन से बनाया जा सकता है। कभी-कभी यह जीन में उत्परिवर्तन के कारण भी विकसित होता है लेकिन आमतौर पर इसका कारण अज्ञात रहता है।
लक्षण एवं उपचार
- इस रोग के लक्षण इस बात पर निर्भर करते है कि शरीर में अमाइलॉइड प्रोटीन कहाँ एकत्रित हो रहा है। इस रोग के लक्षणों में गंभीर थकान, वजन कम होना, त्वचा के रंग में परिवर्तन, जीभ की सूजन, सांस लेने में कठिनाई, आंखों के आसपास की त्वचा में बैंगनी धब्बे, चोट के बाद सामान्य से अधिक खून बहना, जीभ की सूजन, हाथ या पैर में झुनझुनी आदि शामिल है।
- इस रोग का निदान करने के लिये इकोकार्डियोग्राम, परमाणु हृदय परीक्षण या यकृत अल्ट्रासाउंड आदि सामान्य परीक्षण हैं। इस रोग का उपचार कीमोथेरेपी से किया जाता है। कैंसर कोशिकाओं को मारने या उन्हें बढ़ने से रोकने के लिये उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं अमाइलॉइडोसिस वाले लोगों में असामान्य प्रोटीन बनाने वाली कोशिकाओं के विकास को रोक सकती हैं। इसके अतिरिक्त, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण से भी इस रोग का उपचार किया जा रहा है।
खादी उत्कृष्टता केंद्र
चर्चा में क्यों
11 मई‚ 2022 को सूक्ष्म‚ लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे ने पहले खादी उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस खादी उत्कृष्टता केंद्र को ‘राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली’ में स्थापित किया गया है।
- इस केंद्र की उप-शाखाएँ बेंगलुरु, गांधीनगर, कोलकाता और शिलांग में हैं।
उद्देश्य
- वस्त्रों की डिजाइन तैयार करना, घरों के लिये पर्दे आदि निर्मित करना और सभी आयु वर्ग के लिये सहायक सामग्रियों का विकास करना।
- गुणवत्ता, डिजाइन और वैश्विक व्यापार मानकों के अंतर्गत सभी प्रक्रियाओं का पालन करना।
ज्ञान पोर्टल
- खादी उत्कृष्टता केंद्र के लिये ज्ञान पोर्टल का विकास किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सभी खादी संस्थानों को डिजाइन तैयार करने के लिये मार्गदर्शन करना है, जिसमें रंग, रूपरेखा, बुनाई, परत, बुनावट, प्रिंट, आकार आदि को शामिल किया गया है।
- इस पोर्टल पर खादी संस्थानों के उपयोग के लिये नवीनतम डिजाइन एवं प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराई जाएगी।